'आप' के दोहे-
अन्ना बेचारा बेठा भुखा, केजरी जश्न मनाये!
अन्ना बेचारा बेठा भुखा, केजरी जश्न मनाये!
गुड़ ही रह गये गुरु, चेला शक्कर हो जाये।
चेला
शक्कर हो जाये, सीना तान
चील्लाये!
शीला को तो हरा दीया, मोदी को भी दुँगा हराये।
मोदी को
भी दुँगा हराये, दम है तो
सामने आये!
CM VM नही अब तो सीधा PM बनुँगा भाये।
PM बनुँगा
भाये, सबको
दुँगा हराये।
सारे देश पर राज करुँगा दिल्ली भाड़ मे जाये।
कहे आशुतोष कविराये, घमँड तो रावण का भी न रहा भाये,
कहे आशुतोष कविराये, घमँड तो रावण का भी न रहा भाये,
पुरी के चक्कर मे आधी भी न चली जाये।
(रामचँन्द्र कह गये सीया से एसा कलजुग आयेँगा,
(रामचँन्द्र कह गये सीया से एसा कलजुग आयेँगा,
हँस चुकेगा दाना दुनका कव्वा मोती खायेँगा)
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