कुछ प्रमुख
चुनावी दोहे......!!
रहिमन
पोस्टर पंजा का,जब भी
कोई चिपकाय ! तुरत हिँ लाकर कमल फूल,उस पर दो चटकाय ।।
2G, 3G, जीजाजी और कोयले की खान । रहिमन दाबे न दबै,जानत सकल जहान ।।
काँग्रेस भाजपा दोऊ खड़े,किस पे बटन दबायेँ ! गर चाहिए सुख शाँति,मोदी को दो जितवाये ।।
वोटिंग तक सब छुट है,लूट सके जो लूट। लेकिन फिर पछताओगे,जब पड़ेँगे सिर पर बूट ।।
बड़ा हुआ तो क्या हुआ,जैसे काँग्रेस का हाथ । गरीब का साथ तो छोड़िये, महँगाई की पड़ती लात ।।
मोदी कहे पुकार के,काँग्रेस न किसी की होय । इस बार कहीँ जीत गयी,फिर से रौंदेगी तोय ।।
वोटिँग बूथ पर जाइए,अपना होश संभाल । कमल पर बटन दबाय के, काँग्रेस कोदेओ हकाल ।
।मोदी का भाषण देख कर, दिया राहुलवा रोय । ऐसा भाषण मेरे लिए,काहे नहीँ लिखता कोय ।
जाति न देखो प्रत्याशी की,सद् का दो तुम साथ । बटन दबाओ कमल पर,पंजे को मारो लात ।।
कबीरा ते नर अँध है,जो देँ काँग्रेस को वोट । खाद्य सुरक्षा की बात करेँ खाने को न देँ रोट ।।
काँग्रेस लज्जा ना करै,न दे किसी का साथ । आतंकवाद को बढ़ावा दे,ऐसा है खूनी हाथ ।।
मोदी खड़ा चुनाव में,सब की चाहे खैर । ना हिँदू से दोस्ती,ना मुस्लिम से बैर ।
कल करे सो आज कर,आज करे सो अब । वरना काँग्रेस आएगी,धुल जाएगा सब ।
रहिमन जूता राखिये,काँखन बगल दबाय । न जाने किस मोड़ पर काँग्रेसिया मिल जाय ।
2G, 3G, जीजाजी और कोयले की खान । रहिमन दाबे न दबै,जानत सकल जहान ।।
काँग्रेस भाजपा दोऊ खड़े,किस पे बटन दबायेँ ! गर चाहिए सुख शाँति,मोदी को दो जितवाये ।।
वोटिंग तक सब छुट है,लूट सके जो लूट। लेकिन फिर पछताओगे,जब पड़ेँगे सिर पर बूट ।।
बड़ा हुआ तो क्या हुआ,जैसे काँग्रेस का हाथ । गरीब का साथ तो छोड़िये, महँगाई की पड़ती लात ।।
मोदी कहे पुकार के,काँग्रेस न किसी की होय । इस बार कहीँ जीत गयी,फिर से रौंदेगी तोय ।।
वोटिँग बूथ पर जाइए,अपना होश संभाल । कमल पर बटन दबाय के, काँग्रेस कोदेओ हकाल ।
।मोदी का भाषण देख कर, दिया राहुलवा रोय । ऐसा भाषण मेरे लिए,काहे नहीँ लिखता कोय ।
जाति न देखो प्रत्याशी की,सद् का दो तुम साथ । बटन दबाओ कमल पर,पंजे को मारो लात ।।
कबीरा ते नर अँध है,जो देँ काँग्रेस को वोट । खाद्य सुरक्षा की बात करेँ खाने को न देँ रोट ।।
काँग्रेस लज्जा ना करै,न दे किसी का साथ । आतंकवाद को बढ़ावा दे,ऐसा है खूनी हाथ ।।
मोदी खड़ा चुनाव में,सब की चाहे खैर । ना हिँदू से दोस्ती,ना मुस्लिम से बैर ।
कल करे सो आज कर,आज करे सो अब । वरना काँग्रेस आएगी,धुल जाएगा सब ।
रहिमन जूता राखिये,काँखन बगल दबाय । न जाने किस मोड़ पर काँग्रेसिया मिल जाय ।
बटन
दबावत जुग गया,मिली न अच्छी सरकार । चंद रुपये, शराब के
बदलेसब कुछ जाते हार ।।
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