ना जात को ना पात को
ना झाड़ू ना हाथ को
ना वादों को ना कसमों को
ना साइकिल को ना चश्मो को
ना हाथी को ना घडी को
ना घोटालो की लड़ी को
ना लालटेन की बत्ती को
ना हरे नोटों की पत्ती को
ना भाषा को ना धर्म को
ना भगोड़े बेशर्म को
ना तेरे को ना मेरे को
ना इस देस के लुटेरे को
ना यारे को ना प्यारे को
ना गऊ माता के हत्यारे को
ना तीर को ना हल को
ना कपट को ना छल को
वोट मिलेगी कमल को ,
कमल को मांग रहा है हिंदुस्तान ,
मोदी पी ऍम कमल निशान
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