Monday, 14 December 2015

बिहार के सीमांचल निवासियों के लिये सनसनीखेज खुलासा


रूपए दुगुना करने वाला गिरोह का सरगना मो.फानुस जिंदा है,मरने वाला उसका हमशक्ल

बचपन से ही सभी सुनते आये है-लालच बुरी बला.मगर पैसा ही एक ऐसी चीज है जो अच्छे-अच्छों का ईमान हिला देता है.इसी लालच का फ़ायदा उठाकर अंतराष्ट्रीय गिरोह का सरगना मो.फानूस अरबों रूपए लेकर गायब हो गया और सबूत ख़त्म करने के लिए जिंदा रहकर ही खुद को मरवा दिया.सुनने में किसी डॉन की फिल्म की कहानी लगती है.
जी हाँ! सीमांचल-मिथिलांचल के हजारों लोगों मो. फानूस जिंदा है.जो मरा है वह फानूस नहीं उसका हमशक्ल है.

क्या है मामला =

बिहार के सीमांचल के पूर्णिया जिला अंतर्गत जानकीनगर थाना में बिनोवा ग्राम गाँव है.यहाँ मुसलमानों की तादात ज्यादा है.एक गरीब परिवार का मो.फानूस के सपने बहुत बड़े थे.वह अपने साथ क्षेत्र के सभी मुसलमानों को अमीर बनाना चाहता था जो मेहनत से संभव नहीं था.बाद में फानूस का संपर्क कुछ अंतराष्ट्रीय एजेंट से हुआ जिसने फानूस को मोहरा बना कर सीमांचल के अर्थव्यवस्था को टारगेट किया.फानूस को कड़ोरो जाली नोट के साथ रूपए दुगुना करने का धंधे का जिम्मेवारी सौपी गयी.

इस काले धंधे के ऑफर में 15 दिन में रूपए दुगुना होता था.हिंदुओं को आकर्षित करने के लिये एक अफ़वाह फैलाई गयी कि फानूस सिर्फ मुसलमानों का ही रूपए दुगुना करता है.फानूस ने अपने मुसलमान एजेंटों के द्वारा हिंदुओं के कड़ोरो रूपए जमा किये.शुरुआत में बहुतों को पैसा दुगुना मिला भी.फानूस का धंधा चल निकला.

जाल फैलती गयी,आमजन-व्यवसायी फंसते गये.पहले महीना में एक बार रूपए कलेक्शन होता था फिर सप्ताह में होने लगा.रूपए दुगुना करने की अवधि दो माह कर दी गयी.लाखों रूपए बांटे तो अरबों बटोरे गये.हिंदुओं के पैसे मुसलमानों को बांटकर मो.फानूस गायब हो गया.फूस की झोपडी की जगह आलिशान इमारते खड़ी हो गयी,दरवाजे पर SUV गाड़ियाँ खड़ी हो गयी.लुटे लोग शिकायत भी किससे करे?अफ़वाह फैलाई गयी कि फानूस को उसके घर के लोगों ने ही मार दिया.मामला खत्म हो गया.

इस खेल में कई नेता,पुलिस,व्यवसायी के नाम सामने आये है.पर सभी मौन है और फानूस जिंदा घूम रहा है.हजारों लोगों की जमीन बिकी,महिलाओं के जेवर बिके,घर बिका,इज्जत भी गयी और अरमानों पर पानी फिर गया.

अगर मो.फानूस गिरोह की CBI जाँच करायी जाय तब सच निकलकर सामने आयेगा.CBI जाँच से यह भी साफ़ हो जायेगा कि फानूस कहाँ है और इस खेल में कौन-कौन शामिल है.तब यह भी पता चल पायेगा कि बिहार में मो. फानूस का आकाकौन है?


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