Saturday, 14 February 2015

महाशिवरात्रि पर धन और आयु बढ़ाने के उपाय

धन और आयु वृद्घि दिलाने वाले पांच उपाय

तीनों लोकों के मालिक भगवान शिव का सबसे बड़ा त्योहार महाशिवरात्रि है। कहते हैं महाशिवरात्रि ऐसा दिन होता है जब भगवान शंकर पृथ्वी पर उनके जितने शिवलिंग हैं उन सभी में विराजमान रहते हैं।

इसदिन भक्त भगवान शिव को प्रसन्न कर ले तो उसकी सारी मनोकामना पूरी हो जाती है। सबसे बड़ी बात यह है कि महादेव तो औढरदानी हैं बड़ी ही आसानी से खुश होकर भक्तों का निहाल कर देते हैं, ऐसे में अगर महाशिवरात्रि का संयोग हो तब तो शिव जी को खुश करना और भी सरल हो जाता है।

अगर आपके जीवन में धन संबंधी परेशानी चल रही है या स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए चिंतित हैं तो महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर भगवान शिव को प्रसन्न करके उनसे धन और आयु वृद्घि का आशीर्वाद दिलाने वाले इन पांच उपायों को आजमा सकते हैं।


शिव जी की कृपा पाने के लिए करें यह काम

शास्त्रों में दिन को चार में बांटा गया है। महाशिवरात्रि का हर प्रहर खास होता है। शिवपुराण में महाशिवरात्रि के दिन शिव जी की चार प्रहर पूजा करने का बड़ा महत्व बताया गया है।

इस दिन सुबह, दोपहर, शाम और रात इन चारों प्रहर में रुद्राष्टाध्यायी पाठ के साथ भगवान शिव का अलग-अलग पदार्थों जैसे दूध, गंगाजल, शहद, दही या घी से अभिषेक करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।

अगर आप रुद्राष्टाध्यायी का पाठ नहीं कर पाते हैं तब शिव षडक्षरी मंत्र 'ओम नमः शिवाय' का जप करते हुए भी शिव जी का अभिषेक कर सकते हैं।

महाशिवरात्रि के दिन धारण करें यह रुद्राक्ष

प्रकृति में मुख के आधार पर कई प्रकार रुद्राक्ष पाए जाते हैं। धन एवं स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से जो लोग गुजर रहे हैं उन्हें 6मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।

महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग से स्पर्श करवाकर इस रुद्राक्ष को धारण करने से इसका प्रभाव जल्दी दिखने लगता है।

6मुखी रुद्राक्ष को कुमार कार्तिक का स्वरुप माना जाता है। ज्योतिषीय दृष्टि से यह शुक्र से प्रभावित होता है। शुक्र सुख और वैभव के दाता हैं और महामृत्युंजय मंत्र के ज्ञाता। इसलिए इस रुद्राक्ष को धारण करने से धन और स्वास्थ्य दोनों पर अनुकूल प्रभाव पड़ता है।

धन और सुख के लिए इस शिवलिंग की करें पूजा

धन और सुख के लिए इस शिवलिंग की करें पूजा

भगवान शिव की प्रसन्नता के लिए शिवलिंग की पूजा को सबसे उत्तम बताया गया है। इसमें भी स्फटिक का शिवलिंग हो तो और भी उत्तम फलदायी होता है। स्फटिक शिवलिंग को आप घर में भी स्थापित कर सकते हैं।

महाशिवरात्रि के दिन घर में स्फटिक का शिवलिंग लाकर स्थापित करें और नियमित इसकी पूजा करें तो घर से सारे नकारात्मक प्रभाव दूर जाएंगे। इससे धन और सुख में आने वाली बाधा दूर होगी।

वास्तुशास्त्र में स्फटिक शिवलिंग को वास्तुदोष से मुक्ति प्रदान करने वाला बताया गया है। जिस घर में यह शिवलिंग होता है उस घर में किसी प्रकार के वास्तुदोष का अशुभ प्रभाव नहीं होता है।

इस मंत्र का जप करें

भगवान शिव को प्रसन्न करने वाले मंत्रों में सबसे आसान मंत्र है षडाक्षरी मंत्र 'ओम नमः शिवाय' इस मंत्र का नियमित एक माला जप भी किया जाए तो बड़ा पुण्य मिलता है और जीवन में आने वाली बाधा दूर होती है।

महाशिवरात्रि के दिन किसी मंदिर में बैठकर इस मंत्र का सवा लाख जप करने से शिव कृपा प्राप्त होती है। अगर मंदिर में जप करना संभव नहीं हो तब गौशाला या नदी किनारे बैठकर इस मंत्र का जप कर सकते हैं।

अगर यह भी संभव नहीं हो तब घर पर भी मंत्र का जप किया जा सकता है। घर पर ध्यान केन्द्रित करना कठिन होता है इसलिए घर को जप करने के लिए अंतिम विकल्प के रुप में देखा जाता है। इस मंत्र के जप से धन एवं स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों में कमी आती है।

लंबी आयु के साथ सुख पाने के लिए जपें यह सिद्घ मंत्र

भगवान शिव का चमत्कारिक मंत्र है महामृत्युंजय मंत्र। इस मंत्र के विषय में शास्त्रों में बताया गया है कि इस मंत्र से मृत्यु के मुंह में पहुंचे व्यक्ति को भी पुर्नजीवित किया जा सकता है।

असुरों के गुरु शुक्रचार्य ने इस मंत्र की शक्ति से देवासुर संग्राम में देवताओं के हाथों मारे गए असुरों को कई बार पुर्जजीवित किया था।

महाशिवरात्रि के अवसर पर इस मंत्र का सवा लाख जप करने से व्यक्ति रोग, शोक, एवं कई प्रकार की परेशानियों से मुक्ति प्राप्त कर सकता है। नयमित इस मंत्र का एक माला भी जप करें तो जीवन में आने वाली सभी बाधाओं से मुक्त रहेंगे।


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