Saturday 28 March 2015

गर्म पानी के फायदे



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1 अगर आप स्किन प्रॉब्लम्स से परेशान हैं या ग्लोइंग स्किन के लिए तरह-तरह के कॉस्मेटिक्स यूज करके थक चूके हैं तो रोजाना एक गिलास गर्म पानी पीना शुरू कर दें। आपकी स्किन प्रॉब्लम फ्री हो जाएगी व ग्लो करने लगेगी।

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2 लड़कियों को पीरियड्स के दौरान अगर पेट दर्द हो तो ऐसे में एक गिलास गुनगुना पानी पीने से राहत मिलती है। दरअसल इस दौरान होने वाले पैन में मसल्स में जो खिंचाव होता है उसे गर्म पानी रिलैक्स कर देता है।

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3 गर्म पानी पीने से शरीर के विषैले तत्व बाहर हो जाते हैं। सुबह खाली पेट व रात्रि को खाने के बाद पानी पीने से पाचन संबंधी दिक्कते खत्म हो जाती है व कब्ज और गैस जैसी समस्याएं परेशान नहीं करती हैं।

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4 भूख बढ़ाने में भी एक गिलास गर्म पानी बहुत उपयोगी है। एक गिलास गर्म पानी में एक नींबू का रस और काली मिर्च व नमक डालकर पीएं। इससे पेट का भारीपन कुछ ही समय में दूर हो जाएगा।

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5 खाली पेट गर्म पानी पीने से मूत्र से संबंधित रोग दूर हो जाते हैं। दिल की जलन कम हो जाती है। वात से उत्पन्न रोगों में गर्म पानी अमृत समान फायदेमंद हैं।

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6 गर्म पानी के नियमित सेवन से ब्लड सर्कुलेशन भी तेज होता है। दरअसल गर्म पानी पीने से शरीर का तापमान बढ़ता है। पसीने के माध्यम से शरीर की सारे जहरीले तत्व बाहर हो जाते हैं।

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7 बुखार में प्यास लगने पर मरीज को ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए। गर्म पानी ही पीना चाहिए बुखार में गर्म पानी अधिक लाभदायक होता है।

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8 यदि शरीर के किसी हिस्से में गैस के कारण दर्द हो रहा हो तो एक गिलास गर्म पानी पीने से गैस बाहर हो जाती है।

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9 अधिकांश पेट की बीमारियां दूषित जल से होती हैं यदि पानी को गर्म कर फिर ठंडा कर पीया जाए तो जो पेट की कई अधिकांश बीमारियां पनपने ही नहीं पाएंगी।

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🔟 गर्म पानी पीना बहुत उपयोगी रहता है इससे शक्ति का संचार होता है। इससे कफ और सर्दी संबंधी रोग बहुत जल्दी दूर हो जाते हैं।

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11 दमा ,हिचकी ,खराश आदि रोगों में और तले भुने पदार्थों के सेवन के बाद गर्म पानी पीना बहुत लाभदायक होता है।

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12 सुबह खाली पेट एक गिलास गर्म पानी में एक नींबू मिलाकर पीने से शरीर को विटामिन सी मिलता है। गर्म पानी व नींबू का कॉम्बिनेशन शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करता है।साथ ही पी.एच. का स्तर भी सही बना रहता है।

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13 रोजाना एक गिलास गर्म पानी सिर के सेल्स के लिए एक गजब के टॉनिक का काम करता है। सिर के स्केल्प को हाइड्रेट करता है जिससे स्केल्प ड्राय होने की प्रॉब्लम खत्म हो जाती है।

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14 वजन घटाने में भी गर्म पानी बहुत मददगार होता है। खाने के एक घंटे बाद गर्म पानी पीने से मेटॉबालिम्म बढ़ता है। यदि गर्म पानी में थोड़ा नींबू व कुछ बूंदे शहद की मिला ली जाएं तो इससे बॉडी स्लिम हो जाती है।

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15 हमेशा जवान दिखते रहने की चाहत रखने वाले लोगों के लिए गर्म पानी एक बेहतरीन औषधि का काम करता है।


Friday 27 March 2015

विशाल 'श्री यंत्र'


विशाल 'श्री यंत्र' , Cymatics तथा श्री यन्त्र अवश्य पढ़ें
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सन 1990 में एयर नेशनल गार्ड पायलट बिल मिलर द्वारा ऑरेगोन शुष्क झील में निचे देखा तो उन्हें श्री यन्त्र का डिजाईन दिखा | जिसकी रेखाएं 13 मील तक फैली थी हर एक लाइन की चौड़ाई 10 इंच चौड़ी थी तथा 3 इंच गहरी थी | उस जगह पर मनुष्य निर्मित होने कोई सबूत नहीं मिला यह किसी द्वारा बनाया नहीं गया बल्कि प्राकृतिक बना है |

लेकिन अमेरिका की ओरेगोन झील जब सूखी तो उसमे दिखा तेरह मील बड़ा 'श्रीयंत्र' ये वही श्री यंत्र है जो हिन्दू अपने पूजा स्थलियो में रखते है प्राचीन काल से | बेचारे अमेरिकी इसे क्राप सर्किल समझ रहे है |

गूगल में "oregon sriyantra" लिख कर सर्च करें, आप निःशब्द रह जाएंगे |


आपका बैक बैलेंस जाने......... मिस कॉल के द्वारा.

1. Axis Bank --------- 09225892258
2. State Bank of India --------- Get the balance via IVR 1800112211 and 18004253800
3. Allahabad Bank --------- 09224150150
4. Bank of Baroda --------- 09223011311
5. ICICI Bank --------- 02230256767

6. Dhanlaxmi Bank --------- 08067747700
7. IDBI Bank --------- 09212993399
8. Central Bank of India --------- 09222250000
9. Syndicate Bank --------- 09664552255
10. HDFC Bank --------- 18002703333

11. Bhartiya Mahila Bank --------- 09212438888
12. Punjab National Bank --------- 18001802222
13. Bank of India --------- 02233598548
14. Canara Bank --------- 09289292892
15. Kotak Mahindra Bank --------- 18002740110

16. Karnataka Bank --------- 18004251445
17. Indian Bank --------- 09289592895
18. Andra Bank -------- 09223011300
19. Union Bank of India --------- 09223009292
20. UCO Bank --------- 09278792787

21. Vijaya Bank --------- 18002665555

22. Yes Bank --------- 09840909000


ट्रेन में बेफिक्र होकर सोएं, डेस्टिनेशन स्टेशन आने पर जगा देगा रेलवे

अगर आप रात के समय ट्रेन में सफर कर रहे हैं। रात में ही आपका डेस्टिनेशन स्टेशन आएगा, तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। बेफिक्र होकर सोएं, क्योंकि अब आपका डेस्टिनेशन स्टेशन आने से पहले जगाने की जिम्मेदारी रेलवे की होगी। लेकिन इसके लिए आपको 139 पर फोन कर वेकअप कॉल-डेस्टिनेशन अलर्ट सुविधा अपने पीएनआर पर एक्टिवेट करवाना होगी।
ट्रेन में रात के समय सफर करने वाले यात्रियों को डेस्टिनेशन स्टेशन आने से पहले उठने में काफी परेशानी आती है। कई बार यात्री डेस्टिनेशन स्टेशन आने पर उठ नहीं पाते और ट्रेन आगे निकल जाती है। इससे बहुत परेशानी झेलना पड़ती है। इस परेशानी के निराकरण के लिए रेलवे ने वेकअप कॉल-डेस्टिनेशन अलर्ट सुविधा शुरू कर दी है। यह नई सुविधा कुछ ही दिन पहले ही शुरू हुई है, लेकिन प्रचार-प्रसार की कमी के कारण कई लोगों को इसकी जानकारी नहीं है।

क्या है डेस्टिनेशन अलर्ट

>इस सुविधा को डेस्टिनेशन अलर्ट नाम दिया गया है।
>सुविधा को एक्टिवेट करने पर डेस्टिनेशन स्टेशन आने से पहले ही मोबाइल पर अलार्म बजेगा।
>सुविधा को एक्टिवेट करने के लिए अलर्ट टाइप करने के बाद पीएनआर नंबर टाइप करना होगा और 139 पर सेंड करना होगा।

>139 पर कॉल करना होगा। कॉल करने के बाद भाषा चुने और फिर 7 डायल करें। 7 डायल करने के बाद पीएनआर नंबर डायल करना होगा। इसके बाद यह सेवा एक्टिवेट हो जाएगी
>इस सुविधा को वेकअप कॉल नाम दिया गया है।
रिसीव होने तक बजेगी मोबाइल की घंटी

इस सेवा को एक्टिवेट करने पर स्टेशन आने से पहले मोबाइल की घंटी बजेगी। यह घंटी तब-तक बजती रहेगी, जब तक आप फोन रिसीव नहीं करेंगे। फोन रिसीव होने पर यात्री को सूचित किया जाएगा कि स्टेशन आने वाला है।
कृपया यह संदेश सभी को भेज दें।



Lord Rama and Hanuman in Iraq


Lord Rama and Hanuman in ancient Iraq??? --- This is said to be an ancient rock carving found in Silemani province, Kurdistan, Iraq. This is the area which is now under attack from ISIS and where hundreds of Yazidis were killed recently by them. Many people claim this to be an ancient depiction of Lord Rama and Hanuman, which it seems to be quite clearly and obviously. The picture was sent me to on Twitter by a friend. But there seems no way to verify its authenticity.

Could this be a reference to this carving: Beside Qelat, the city of Ranya also has another hill which is called Girde Dêma. Also, there are many other historical remains in that district like Shimshara, which is investigated in 1957 - 1959 by a Danish archaeological team with the cooperation of an Iraqi team.

It is counted as one of the oldest hills in the history of the human beings. More than 247 ancient remains have been found in that hill with a temple. Besides, there are many other hills in the place like Bazmusian, Boskin, Dwgradan, Kamarian, Qurashina, and Dema. And, there are a lot of other remains like rock carvings that are located in the right part of Darband to the east of Ranya.

That carving is a structure of a man, which is thought to be a king of Goths or Lolos. The width of this historical carving is about a meter and 60 centimeters, and with the height of 20 meters. In the lately years, Ranya also has a special history





पित्र दोष निवारण


1. कुंडली में पितृ दोष बन रहा हो तब जातक को घर की दक्षिण दिशा की दीवार पर अपने स्वर्गीय परिजनों का फोटो लगाकर उस पर हार चढ़ाकर रोजाना उनकी पूजा स्तुति करना चाहिए। उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने से पितृदोष से
मुक्ति मिलती है।

2. अपने स्वर्गीय परिजनों की निर्वाण तिथि पर जरूरतमंदों अथवा गुणी ब्राह्मणों को भोजन कराए। भोजन में मृतात्मा
की कम से कम एक पसंद की वस्तु अवश्य बनाएं।

3. इसी दिन अगर हो सके तो अपनी सामर्थ्यानुसार गरीबों को वस्त्र और अन्न आदि दान करने से भी यह दोष मिटता है।

4. पीपल के वृक्ष पर दोपहर में जल, पुष्प, अक्षत, दूध, गंगाजल, काले तिल चढ़ाएं और स्वर्गीय परिजनों का स्मरण कर उनसे आशीर्वाद मांगें।

5. शाम के समय में दीप जलाएं और नाग स्तोत्र, महामृत्युंजय मंत्र या रुद्र सूक्त या पितृ स्तोत्र व नवग्रह स्तोत्र का पाठ करें।
इससे भी पितृ दोष की शांति होती है।

6. सोमवार प्रात:काल में स्नान कर नंगे पैर शिव मंदिर में जाकर आक के 21 पुष्प, कच्ची लस्सी, बिल्वपत्र के साथ शिवजी की पूजा करें। 21 सोमवार करने से पितृदोष का प्रभाव कम होता है।

7. प्रतिदिन इष्ट देवता व कुल देवता की पूजा करने से भी पितृ दोष का शमन होता है।

8. कुंडली में पितृदोष होने से किसी गरीब कन्या का विवाह या उसकी बीमारी में सहायता करने पर भी लाभ मिलता है।

9. ब्राह्मणों को प्रतीकात्मक गोदान, गर्मी में पानी पिलाने के लिए कुंए खुदवाएं या राहगीरों को शीतल जल पिलाने से भी पितृदोष से छुटकारा मिलता है।

10. पवित्र पीपल तथा बरगद के पेड़ लगाएं। विष्णु भगवान के मंत्र जाप, श्रीमद्भागवत गीता का पाठ करने से भी पित्तरों को शांति मिलती है और दोष में कमी आती है।

11. पितरों के नाम पर गरीब विद्यार्थियों की मदद करने तथा दिवंगत परिजनों के नाम से अस्पताल, मंदिर, विद्यालय, धर्मशाला आदि का निर्माण करवाने से भी अत्यंत लाभ मिलता है।

पित्र दोष निवारण मन्त्र

मन्त्र 1 -- ॐ सर्व पितृ देवताभ्यो नमः ।

मन्त्र २-- ॐ प्रथम पितृ नारायणाय नमः ।


Monday 23 March 2015

'मुसलमान थे साईं, पाखंड से जुटाई दौलत'

कहा साईं ट्रस्ट ने पाखंड से जुटाए हैं 13 सौ करोड़

द्वारका-शारदा, ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने सोमवार को काशी में साईं बाबा को पाखंडी बताकर पुराने पड़ चुके विवाद को फिर से हवा दे दी। उन्होंने दावा किया कि साईं मुसलमान थे और फातिहा पढ़े बिना रोटी नहीं खाते थे लेकिन उनके नाम और हिंदू देवी-देवताओं के चित्रों की आड़ लेकर साईं ट्रस्ट ने अरबों रुपये जुटाए हैं।

कहा कि पाखंड से जुटाई गई इस रकम को महाराष्ट्र के लातूर में उपजी पेयजल समस्या दूर करने के लिए खर्च किया जाना चाहिए। उन्होंने उत्तराखंड में गंगा पर बनने वाले बांधों की परियोजना निरस्त करने, गीता को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने, विद्यालयों में गीता पढ़ाने और नारी उत्पीड़न रोकने जैसे मुद्दे भी उठाए।

केदार घाट स्थित श्रीविद्या मठ में सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में शंकराचार्य का एजेंडा राम मंदिर निर्माण, गीता, गंगा, घर वापसी के साथ ही गोरक्षा का था। उन्होंने दुष्कर्म की घटनाओं की वजह नशाखोरी को बताया।
अयोध्या रामलला की, बाबर वहां गया नहीं
कहा कि केंद्र सरकार को शराब बंदी के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए। उन्होंने याद दिलाया कि मोदी ने वाराणसी से चुनाव लड़ते समय कहा था कि मुझे मां गंगा ने बुलाया है...। अब उन्हें गंगा की अविरलता के लिए उत्तराखंड में प्रस्तावित बांध परियोजनाओं को तत्काल निरस्त कर देना चाहिए। शंकराचार्य ने गीता को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने और स्कूलों में इस ग्रंथ को पढ़ाने की वकालत की।


शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने राम मंदिर निर्माण के सवाल पर कहा कि इस एजेंडे को केंद्र सरकार के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता। अयोध्या रामलला की है। कहा कि जब बाबर कभी अयोध्या गया ही नहीं, तो वहां बाबरी मसजिद कैसे बन गई।



वहां बाबर ने कोई मसजिद नहीं बनवाई थी। वहां जमीन का एक टुकड़ा भी मुसलमानों को नहीं दिया जा सकता। जिस टुकड़े को देने की बात हो रही है, उसके खिलाफ मैं सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा चुका हूं। रामालय ट्रस्ट वहां कंबोडिया के अंकोरवाट मंदिर की तर्ज पर राम मंदिर का निर्माण कराएगा।



उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी मसजिद की दीवार पर गणेश और नंदी के दर्शन होते हैं। आगरा का ताजमहल हो या अजमेर के ख्वाजा की दरगाह, वहां भी शिवलिंग मौजूद हैं। इससे साबित होता है कि ये तीर्थ हिंदुओं के ही हैं।



http://www.amarujala.com/feature/samachar/national/shankaracharya-swaroopanand-attack-on-sai-hindi-news/

Sunday 22 March 2015

भाग्यशाली लोगों को ही होता है "कन्या"


भाग्यशाली लोगों को ही होता है "कन्या संतान योग"
कन्या संतान उन्हीं लोगों के होती है जो परम भाग्यवादी योग वाले होते हैं, साथ ही अगले जन्म में कन्यादान के महापुण्य के कारण पुण्यलोक को प्राप्त कर आनंदित रहते हैं। भारतीय संस्कृति में कहा गया है यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता, जहां नारी की पूजा होती है वहीं देवता निवास करते हैं। आज स्थिति यह आ पहुंची है कि कन्या के गर्भ में आते ही उसकी हत्या कर दी जाती है। धर्मशास्त्र में भ्रूण हत्या और विशेषकर कन्याभ्रूण हत्या महापाप माना जाता है और महापाप करने वाला कभी जीवन में खुश नहीं रह सकता। चाहे उसके पास भौतिक संसाधन कितने ही हो जाएं।

ज्योतिषशास्त्र में भी स्त्री एवं पुरुष भाग में बारह राशियां एवं सारे ग्रह विभाजित हैं। सूर्य, मंगल, गुरु पुरुष ग्रह हैं तो चंद्रमा, शुक्र, शनि स्त्रीग्रह हैं। बुध नपुंसक है तथा जिसके साथ बैठ जाता है वैसा ही फल प्रदान करने लग जाता है। राशियां भी छह स्त्री और छह पुरुष होती हैं। प्रकृति एवं ब्रह्माण्ड में सभी जगह दो शक्तियों का संतुलन बना रहता है। यही संतुलन ही आनंद देता है, असंतुलन तो अशांति प्रदान करता है।

ज्योतिष शास्त्र में भी स्त्रीग्रह बलवान तभी माने जाते हैं जब उनका संबंध पुरुष ग्रहों से रहता है। चाहे स्थान संबंध हो, दृष्टि संबंध या अन्योन्याश्रय संबंध। ठीक वैसे ही समाज में भी परिवार एवं व्यक्ति की शोभा तब तक ही है, जब तक दाम्पत्य में खुशहाली हो और गृहलक्ष्मी परम प्रसन्न हो। ग्रह, नक्षत्र एवं राशियों के संबंध भी हमारे पारिवारिक एवं सामाजिक रिश्तों की तरह नाजुक होते हैं। जैसे ग्रहयोग होते हैं हमारी चित्तवृत्ति भी वैसी ही बन जाती है। यही कारण है कि आजकल रिश्तों की मधुरता एवं मर्यादा में धर्मशास्त्र, ज्योतिष शास्त्र, व्यावहारिक शास्त्र आदि की महत्ता को हमने समाप्त कर दिया है।

शास्त्रों में तो कहा गया है - दस कुएं बनाने पर जो पुण्य मिलता है वह एक बावड़ी बनाने पर मिल जाता है। दस बावड़ी बनाने पर जो पुण्य मिलता है वह एक तालाब बनाने पर मिल जाता है और दस तालाब बनाने पर जो पुण्य मिलता है वह एक कन्यादान से मिल जाता है।

पुण्य कोई सुगंधित या सुंदर दिखने वाला पदार्थ नहीं होता है। यह आनंद अनुभूति की पराकाष्ठा होती है। उसकी निरंतरता तब ही संभव हो पाती जब दानपुण्य चलते रहते हैं। कन्यादान भी वही भाग्यशाली स्त्री-पुरुष कर पाते हैं जिनके संतान स्थान पर तृतीय स्थान, एकादश या व्यय भाव के स्वामी की दृष्टि पड़ रही हो अर्थात दान भाव के अधिपति एवं संतान भाव में संबंध बन रहा हो। तृतीय एवं एकादश भाव दान के कारक स्थान होते हैं और उनका संबंध पंचमेश, नवमेश से हो जाए तो कन्यादान के महापुण्य की प्रबल संभावना बन जाती है। इसीलिए कन्या संतान ही जन्म-जन्मांतर से मुक्ति दिलाने वाली होती है। कहा गया है,

श्रुत्वा कन्या प्रदातारं पितर: स पितामहा:। विमुक्त्वा सर्वपापेभ्यो ब्रह्मलोकं ब्रजन्ति ते॥

अत: पितामहों सहित पितर लोग कन्यादान देने वाले से अपने वंश को सुनकर सब पापों से मुक्त होकर ब्रह्मलोक को जाते हैं। पुत्र की कामना वाले दहेज लोभ के साथ कन्या लाते हैं। ऐसे लोग दोहरा दान ग्रहण करने से पातकी श्रेणी में आ जाते हैं और कन्यादान से ही उस ऋण से मुक्ति संभव हो पाती है। इसीलिए पुत्र प्राप्ति से अधिक महत्वपूर्ण योग कन्या प्राप्ति का होता है। पंचम, सप्तम एवं नवम भाव पर पुरुष ग्रहों की स्थिति कन्या संतान प्रदान करती है और स्त्री ग्रहों की युति पुरुष संतान प्रदान करती है। कन्या प्राप्ति के बिना मोक्ष संभव नहीं है और इसीलिए शनि का आगामी चक्र जनमानस में यह प्रबल धारणा बना देगा कि पुत्र संतान की अपेक्षा कन्या संतान पुण्य प्रदायिनी होती है।

जिन लोगों की पुरुष राशियां बलवान होती है उन्हें भी कन्या संतान की प्राप्ति होती है। यह विपरीत योग हुआ करता है। ऐसी स्थिति में मानसिक शांति एवं समृद्धि कन्या योग में ही होती है। कन्या ही देवी है, लक्ष्मी है, सरस्वती है और उसके विनाश का प्रयास उसे महाकाली के रूप में पैदा करने का निमंत्रण देता है।

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को भी अवगत कराएँ ... _/|\_
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जय हिंदुत्व ...




Tuesday 17 March 2015

सूर्य से ॐ की ध्वनि निकल रही है !!


यह श्रद्धा और   विश्वास   की     बात  नहीं  बल्कि  शत  प्रति सत्य  और विज्ञानिक शोध  पर  आधारित  तथ्य  है   ,  जो  हमारे   ऋषिओं  के  हजारों  साल   पुराने कहे गए  वचनों   को  प्रमाणित    करने के लिए   पर्याप्त  है   ,उन्होंने   कहा  था  कि  ब्रह्माण्ड  की उत्पति   के  समय   जो  ध्वनि   निकली   थी  वह  ॐ  ही  थी   , चूँकि  सूर्य   ब्रह्माण्ड   का एक  ऐसा  तारा है  जो  पृथ्वी  के निकट   है    ,  इसलिए  वैज्ञानिक   बरसों   से  सूरज   से निकलने  वाली   ध्वनि   को रिकार्ड    करने की  तरकीब   खोज  रहे   थे   , और  आखिर में उनको  सफलता   मिल गई  .

सभी  भली  भांति  जानते  हैं  कि सूर्य   एक तारा   (Star )    है   , जो पृथ्वी से  93,000,000 मील  दूर   है  , और  अपनी  धुरी पर  तेजी से घूमता रहता  है  , सूर्य  सदा   जलता रहता है  जिसकी   अग्नि  की  ज्वालाएं  हजारों  किलो  मीटर  ऊंची     हो  जाती  हैं  , सूर्य  की गरमी से ही  पृथ्वी  पर जीवन    का अस्तित्व   है   , क्योंकि  सूर्य  के  आसपास  अंतरिक्ष   में  वायुमंडल   नहीं   है  ,इसलिए  आजतक   वैज्ञानिक सूर्य से  किसी  प्रकार  की  ध्वनि  निकलने की संभावना  को सिरे से नकार देते  थे  

परन्तु  जब नासा  ( Atmospheric Imaging Assembly (AIA)  )  ने  11 फरवरी  सन 2011 को Solar Dynamics Observatory (SDOके द्वारा सूर्य  से निकलने  वाली  चुम्बकीय   तरंगों को  ध्वनि   में  रूपांतरित   किया तो   वह   सूर्य से   निकलने  वाली ध्वनि  को सुन  कर भौंचक्के   रह  गए    ,क्योंकि  सूर्य  से  लगातार  ॐ  की    ध्वनि    निकल  रही    थी   ,जो  स्पष्ट  सुनाई  दे  रही   थी .

वैज्ञानिकों   को  इस   बात  की  अनेकों  बार जांच   की   और 4  साल तक विभिन्न प्रकार   के  परीक्षण  के बाद दिनांक  23  अक्टूबर  2014 को  इस सत्य की पुष्टि  कर दी   , कि सूर्य  से  सचमुच ॐ  की  ध्वनि   अनवरत  निकलती    रहती   है  

आप  भी  सूर्य   की ध्वनि सुनिए ,

Sound of the Sun | OM | Meditation | HD SOUND |


इसीलिए  ही  भारत   के  सभी  धर्मों   में  ॐ शब्द  को  पवित्र   माना जाता   है   , उदहारण   के लिए ,

1-हिन्दू  धर्म    में   ॐ 

" तस्य   वाचक    प्रणवः "

अर्थात  उस  ईश्वर   का  वाचक  ॐ  ही   है  

योग  दर्शन  -समाधि  पाद 1:27 

2-गीता   में  ॐ  का    उल्लेख 

ॐ तत्सदिति निर्देशो ब्रह्मणस्त्रिविधः स्मृतः । 
ब्राह्मणास्तेन वेदाश्च यज्ञाश्च विहिताः पुरा॥ (17:23

भावार्थ : सृष्टि के आरम्भ से "" (परम-ब्रह्म), "तत्‌" (वह), "सत्‌" (शाश्वत) है  .और  इन तीन   अक्षरों( अ +उ +म  ) के  ब्रह्म  को ब्राह्मण    यज्ञ में  मन्त्रों  में   स्मरण  करते  हैं ,और इसी   का उच्चारण   करते   हैं .(17:23  )

3-बौद्ध  धर्म   में ॐ 

जो   लोग   बौद्धों को   नास्तिक   कहते  हैं  ,उन्हें  पता  होना  चाहिए  कि  हिन्दुओं की तरह  तिब्बत के बौद्ध  भी ॐ का  जप  करते  हैं   ,उनका मूल मन्त्र  यह है ,आश्चर्य की   बात  यह  है  कि  जब  तिब्बत के  बौद्ध  यह  मन्त्र बोलते हैं  तो उस  से वैसी ही  ध्वनि  निकलती  है जैसी  सूर्य  से निकलती  है
ॐ  मणि  पद्मे  हुं 

Om Mani Padme Hum (Tibetan)


आश्चर्य की   बात  यह  है  कि  जब  तिब्बत के  बौद्ध  यह  मन्त्र बोलते हैं  तो उस  से वैसी ही  ध्वनि  निकलती  है जैसी  सूर्य  से निकलती  है 

4-जैन   धर्म   में  ॐ 

इसी तरह  लोग अज्ञानवश  जैनों   को  भी  नास्तिक  या अनीश्वरवादी   कह  देते  है   ,  लेकिन  जैन  ग्रंथों   में भी  ॐ  की  महिमा  वर्णित   है देखिये
"अरिहंता ,असरीरा ,आयरिया ,उवझ्झाय ,मुणीणो ,पंचख्खर निप्पणो ,ओंकारो पंच  परमिठ्ठी "

अर्थ  -अर्हत अशरीरी    ,आचार्य  ,उपाध्याय और मुनि   ,इन पाँचों  के प्रथम  अक्षरों  को  मिला कर  ॐ  बनता  है  . जो इन  पञ्च परमेष्ठी  का वाचक  और  बीज  मन्त्र   है   
समण   सुत्तं -ज्योतिर्मुख  ,गाथा   12 पृष्ठ    

5-सिख   धर्म   में  ओंकार 

श्री  गुरु  ग्रन्थ  साहब  में  भी  सर्व  प्रथम  ओंकार  यानि  ॐ      ही  लिखा  गया है  ,

१ ओंकार  सतनाम   करता  पुरख  


आज   हमारे   सभी  हिन्दू  , बौद्ध   ,जैन  और  सिख  बंधुओं   को  वैज्ञानिकों    द्वारा   इस  खोज  पर   प्रसन्नता  होना  चाहिए    कि  वह   जिस    शब्द  का  नित्य  उच्चारण   किया  करते   हैं  वही  ध्वनि  सूर्य   से निकलती  रहती   है   ,  यानि  सूर्य  भी  हमारी  तरह    का ही   जप   करता  रहता  है  ,
भारत के  इन  चारों  धर्मो   को  सच्चा   सिद्ध   करने के लिए  इस  से बड़ा  और  कौन  से  प्रमाण  की   जरूरत   चाहिए ?

Sound of Sun-50 minutes sound of the Sun




http://bhaandafodu.blogspot.in/2015/03/blog-post_15.html