Wednesday 18 June 2014

कुरान के अनुसार अपनी बहु - बेटी से सम्बन्ध बना सकते हैं


कुरान के अनुसार अपनी बहु से सम्बन्ध बना सकते हैं

मेरे मुस्लिम और हिंदी भाइयो और बहनो यह सुनने में तो बड़ा बुरा लग रहा हैं पर मैं कुछ प्रमाण दिखता हू कुरान और सिर्फ कुरान से | जहा भी आपत्ति हो हमारे भाइयो को हमें बताए हम सुधार करने को तत्पर हैं परन्तु वर्तमान में हम देवबंद के ही फैसले के अनुसार अर्थ लेकर चल रहे हैं | देखिये कुरान की यह आयत प्रथम द्रष्टा कितनी सही लगती हैं


Sahih International

And do not marry those [women] whom your fathers married, except what has already occurred. Indeed, it was an immorality and hateful [to Allah ] and was evil as a way.
http://quran.com/4/22


देखने  में लग रहा हैं के इस्लाम मन करता हैंअपनी मा से सम्बन्ध बनाने को | वैसे ऐसा लगने पर ही हम धन्यवाद देंगे के कुछ तो मर्यादाए रखी | पर यहाँ विवाह का अर्थ अगर आप वाकई विवाह समझ रहे हैं तो गलत हैं | यहाँ विवाह का अर्थ बलात्कार भी हैं | मैं नहीं दारूल उलूम ने फतवा जारी किया था इमराना बलात्कार केस में २००५ में ||

Rape and Islamic rulings
On 6 June 2005, Imrana, 28 years old at the time, and the mother of five children, was raped by her 69 year-old father in-law Ali Mohammad.
Soon after she was raped, a local Muslim panchayat (council of elders) asked her to treat her husband Nur Ilahi as her son and declared their marriage null and void.[3] Imrana defied the panchayat's ruling and continued living with her husband.


The leading Islamic seminary Darul Uloom Deoband also issued a fatwa[4] or opinion, which quotes from Quran 4:22: wa la tankihoo ma nakaha aaba-o-kum, “And marry not women whom your fathers married”, and not distinguishing between rape and adultery, said that as a result of her father-in-law's act, she should now be treated as the mother of her husband and she could no longer live with him even though Imrana had not married her father in law.


http://en.wikipedia.org/wiki/Imrana_rape_case


यहाँ  विस्तार से पढ़े


इस्लाम के पैगम्बर माने जाने वाले मोहम्मद साहब ने भी अपनी बहु से शादी की थी |हाला के मैं उनको तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हू के उन्होंने सौतेली बहु चुनी | जी हा ज़ैद की पत्नी जैनब उनकी सौतेली बहु थी | जैद गोद लिया बेटा था | तो गोद लिया रिश्ता तो इस्लाम में चलता ही नहीं | अपितु गोद शब्द भी शायद इसलिए आया ताकि सौतेली बहु के करीब आया जा सके

देखिये कुरान का प्रमाण


देख रहे हैं क्या कह रहा हैं खुदा ईमान वालो अपने मुह बोले बेटो की पत्नियो के मामले में कोई तंगी ना आ रहे जब की वो उनसे अपनी जरुरत पूरी कर ले | मैं यह सब अपनी मुस्लिम भाइयो को चोट पहुचाने के लीये  नहीं अपितु भारतीय समाज में चल रहे लव जिहाद के हथियार में फसने वाली बहनों को जागरूक करने के ली लिख रहा हू | के आप के श्वसुर (ससुर) से आप कितनी सुरक्षित रहेंगी ये सोचिये | भारत में कानून कुछ नहीं कर सकता | शाहबानो केस में कोर्ट का नियम बदल दिया था भारत के तथा काथित पंथनिर्पेक्ष लोगो ने |


ये भी पढ़िए


http://en.wikipedia.org/wiki/Shah_Bano_case



कुरान के अनुसार मुसलमान सौतेली बेटी के साथ शारीरिक सम्बन्ध बना सकते हैं


भाइयो, मैं यहाँ सिर्फ कुरान और कुरान का प्रमाण दे रहा हू | अब आप निर्णय करे कैसे ये अल्लाह का आदेश हैं |



Sahih International

Prohibited to you [for marriage] are your mothers, your daughters, your sisters, your father's sisters, your mother's sisters, your brother's daughters, your sister's daughters, your [milk] mothers who nursed you, your sisters through nursing, your wives' mothers, and your step-daughters under your guardianship [born] of your wives unto whom you have gone in. But if you have not gone in unto them, there is no sin upon you. And [also prohibited are] the wives of your sons who are from your [own] loins, and that you take [in marriage] two sisters simultaneously, except for what has already occurred. Indeed, Allah is ever Forgiving and Merciful.
http://quran.com/4/23

अब जरा हम हिंदी देखते हैं


http://www.quranhindi.com/p111.htm

तुम्हारे लिए हराम है तुम्हारी माएँ, बेटियाँ, बहनें, फूफियाँ, मौसियाँ, भतीतियाँ, भाँजिया, और तुम्हारी वे माएँ जिन्होंने तुम्हें दूध पिलाया हो और दूध के रिश्ते से तुम्हारी बहनें और तुम्हारी सासें और तुम्हारी पत्ऩियों की बेटियाँ जिनसे तुम सम्भोग कर चुक हो। परन्तु यदि सम्भोग नहीं किया है तो इसमें तुमपर कोई गुनाह नहीं - और तुम्हारे उन बेटों की पत्ऩियाँ जो तुमसे पैदा हों और यह भी कि तुम दो बहनों को इकट्ठा करो; जो पहले जो हो चुका सो हो चुका। निश्चय ही अल्लाह अत्यन्त क्षमाशील, दयावान है (23)


http://tanzil.net/#trans/hi.farooq/4:23

जो लाल रंग से पंतिया इंगित की गई हैं, उन्हें देखा आपने ? अगर मा से नहीं किया तो बेटी से कर सकते हैं पर ये नहीं लिखा के उसके बाद मा से ना करो | यानी पहले सौतेली बेटी खराब कर दे उसके बाद उसकी मा का नंबर और ये सब अल्लाह का आदेश हैं (?) | मुस्लिम भाइयो अब तो सोचिये की ये अल्लाह का आदेश नहीं | ईश्वर जो हो चुका सो हो चुका नहीं कहता कर्म का फल तो मिलता ही हैं | अगर जन्नत जहनुम्म माने तो भी किए का फल तो मिलेगा |


देखिये तो किस प्रकार अल्लाह नीचता की बात कह रहा हैंयदि बेटी से सम्भोग कर लेगा तो उसकी बीवी उसकी बेटी नहीं हो गई, वो बीवी जिसे मैहर की रकम पर घर लाया हैं और बेटी से सम्भोग करने के लिए विवाह करो ऐसा भी कही नहीं लिखा हैं |इस बात से भी समझ ले की कुरान व्यभिचार बढ़ाती हैं
अब  निर्णय आपके हाथ में हैं |



भारतीय समाज चारित्रिक मूल्यों को सदैव प्रधानता से लेता रहा हैं | हमारे मुस्लिम भाई आगे आये और ये सब सुधारे


धन्यवाद 

5 comments:

  1. मै आज ही पहली बार इस ब्लॉग पर आया हूँ। बहुत ही बढ़िया लेख है , मुझे यह बहुत ही अच्छा लगा। इसे लिखने के लिए आपका आभार कृपया ऐसे ही लेख लिखते रहिये ।

    क्या आपको आपके LPG गैस सिलेंडर की Exp. डेट पता है ?

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  2. क्या तुम्हारे इस कूप्रयास से सच मिट जायेगा। हकीकत यह है कि झूठी बात लिख कर खुद को धोखा दे रहे हो।
    आईना मै तुम्हें दिखाता हुँ

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  3. श्री कृष्ण : भगवान है या बलात्कारी..???

    April 10, 2014 / hinduismkisachai


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    श्री कृष्ण : भगवान है या बलात्कारी..???

    दशरत राम यदि ‘मर्यादा पुरुषोत्तम’ कहलाता हैं
    तो वासुदेव नंदन कृष्ण ‘लीला पुरुषोत्तम’ अर्थात कृष्ण
    अपनी अनोखी लीलाओ के कारण जन सामान्य में अधिक लोकप्रिय रहे हैं.

    संभवत: कृष्ण का बचपन नंदगांव और गोकुल में गोपियों के बीच
    बीता. कृष्ण औरतो के मामले में शुरू से ही DP विचार के थे.
    पुराणों के अनुसार उनका मिजाज़ लड़कपन से ही आशिकाना मालूम होता हैं.
    गोपियों के साथ कृष्ण का यौन सम्बन्ध था इस विषय
    में लगभग सारा कृष्ण साहित्य एकमत हैं. इन गोपियों में विवाहित और
    कुमारी दोनों प्रकार की थी वे अपने पतियों, पिताओ और
    भाइयो के कहने
    पर भी नहीं रूकती थी:
    ‘ ता: वार्यमाणा: पतिभि:
    पितृभिभ्रातृभि स्तथा,
    कृष्ण
    गोपांगना रात्रौं रमयंती रतिप्रिया :’
    -विष्णुपुराण, 5, 13/59.
    अर्थात वे रतिप्रिय गोपियाँ अपने
    पतियों,
    पिताओं और भाइयो के रोकने पर भि रात में
    कृष्ण के
    साथ रमण करती थी.

    कृष्ण और गोपियों का अनुचित सम्बन्ध
    था यह बात
    भागवत में स्पष्ट रूप से मोजूद हैं,
    ईश्वर अथवा उस के अवतार माने जाने वाले
    कृष्ण का जन
    सामान्य के समक्ष अपने ही गाँव की बहु
    बेटियों के साथ सम्बन्ध रखना क्या आदर्श
    था ?

    कृष्ण ने गोपियों के साथ साथ ठंडी बालू
    वाले
    नदी पुलिन पर प्रवेश कर के रमण किया.
    वह स्थान
    कुमुद की चंचल और सुगन्धित वायु आनंददायक
    बन
    रहा था. बाहे फैलाना, आलिंगन करना,
    गोपियों के हाथ
    दबाना, बाल (चोटी) खींचना, जंघाओं पर
    हाथ फेरना,
    नीवी एवं स्तनों को चुन, गोपियों के नर्म
    अंगो नाखुनो से नोचना, तिर्चि निगाह से
    देखना,
    हंसीमजाक करना आदि क्रियाओं से
    गोपियों में
    कामवासना बढ़ाते हुए कृष्ण ने रमण किया.

    -श्रीमदभागवत महापुराण 10/29/45
    कृष्ण ने रात रात भर जाग कर अपने
    साथियो सहित
    अपने से अधिक अवस्था वाली और माता जैसे
    दिखने
    वाली गोपियों को भोगा.
    – आनंद रामायण, राज्य सर्ग 3/47
    कृष्ण के विषय में जो कुछ आगे पुरानो में
    लिखा हैं उसे
    लिखते हुए भी शर्म महसूस होती हैं
    की गोपियों के
    साथ उसने क्या-क्या किया इसलिए में निचे
    अब
    सिर्फ हवाले लिख रहा हूँ जहा कृष्ण ने
    गोपियों के
    यौन क्रियाये की हैं-

    – ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4,
    अध्याय
    28-6/18, 74, 75, 77, 85, 86, 105,
    109,110,
    134, 70.
    – ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म खंड 4,
    115/86-88
    कृष्ण का सम्बन्ध अनेक नारियों से रहा हैं
    कृष्ण
    की विवाहिता पत्नियों की संख्या सोलह
    हज़ार एक
    सो आठ बताई जाती हैं. धार्मिक क्षेत्र में
    कृष्ण के साथ
    राधा का नाम ही अधिक प्रचलित हैं. कृष्ण
    की मूर्ति के साथ प्राय: सभी मंदिरों में
    राधा की मूर्ति हैं. लेकिन आखिर ये
    राधा थी कौन?
    ब्रह्मावैवर्त पुराण राधा कृष्ण
    की मामी बताई गयी हैं.
    इसी पुराण में राधा की उत्पत्ति कृष्ण के
    बाए अंग से
    बताई गयी हैं
    ‘कृष्ण के बायें भाग से एक कन्या उत्पन्न हुई.
    गुडवानो ने
    उसका नाम राधा रखा.

    – ब्रह्मावैवर्त पुराण, 5/25-26
    ‘उस राधा का विवाह रायाण नामक वैश्य
    के साथ कर
    दिया गया कृष्ण
    की जो माता यशोदा थी रायाण
    उनका सगा भाई था.

    – ब्रह्मावैवर्त पुराण, 49/39,41,49
    यदि राधा को कृष्ण के अंग से उत्पन्न माने
    तो वह
    उसकी पुत्री हुई . यदि यशोदा के नाते
    विचार करें
    तो वह कृष्ण की मामी हुई.
    दोनों ही दृष्टियो से
    राधा का कृष्ण के साथ प्रेम अनुचित था और
    कृष्ण ने
    अनेको बार राधा के साथ सम्भोग
    किया था ( ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म
    खंड 4,
    अध्याय 15) और यहाँ तक विवाह भी कर
    लिया था (ब्रह्मावैवर्त पुराण, कृष्णजन्म
    खंड 4,
    115/86-88).
    मित्रो मैन ईस पोस्ट मे कुछ भी गलत नही कहा है.. सारी बाते भविष्य पुरानों के अनुसार प्रमाणीत है.. गलीया गलोच और भगवानो की वकालत करने से पेहले भविष्य पुरानों मे ईसकी जांच करे धन्यवाद

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  4. इस्लाम का आरम्भ असुर से हुआ। असुर ब्रम्हा जि के पैर से जन्मे है जो की मुसलमान है। मोहम्मद साहब बहुत बड़े अयईयाश थे। जो की असुर है। that's it.

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  5. ग़लत को ग़लत कहना बुरा नहीँ

    कितनी बकवास कर लो

    फ़ैसला तुम नहीं कर सकते

    क्योंकि तुम हाईकॉर्ट नहीं

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