क्या आप जानते हैं घर के कमरे, हॉल, रसोई के साथ ही लेट-बाथ भी आपकी आर्थिक स्थिति पर असर डालते हैं। वास्तुशास्त्र के अनुसार घर की स्थिति और घर में रखी हर वस्तु का अलग-अलग प्रभाव होता है, जिसका असर वहां रहने वाले लोगों पर पड़ता है। अत: घर में वास्तु के अनुसार बताए गए उपाय अवश्य अपनाना चाहिए। यहां जानिए बाथरूम से जुड़े वास्तु के कुछ खास उपाय, जो आपकी आर्थिक स्थिति को मजबूत बना सकते हैं और घर का वातावरण सकारात्मक बना सकते हैं...
बाथरूम
में रखें खड़ा नमक
यदि आप अपने बाथरूम में एक कटोरी में खड़ा यानी साबूत नमक रखेंगे तो आपके घर के कई वास्तु दोष दूर हो जाएंगे। कटोरी में रखा नमक महीने में एक बार बदल लेना चाहिए। खड़ा नमक आपके घर की नकारात्मक ऊर्जा को ग्रहण कर लेता है और वातावरण को सकारात्मक बनाता है। सोच सकारात्मक होती है और धन संबंधी कार्यों में लाभ मिल सकता है।
बाथरूम
में नल से पानी टपकते रहना
यदि किसी व्यक्ति के घर में बाथरूम का नल या किसी अन्य स्थान का नल लगातार टपकते रहता है तो यह बात छोटी नहीं है, वास्तु में इसे गंभीर दोष माना गया है। ऐसा होने पर घर में नकारात्मक ऊर्जा अधिक प्रभावशाली हो जाती है। ऐसा होने पर धन का अपव्यय होता रहता है और पैसों की तंगी बनी रहती है। अत: नल से पानी टपकना बंद करवाना चाहिए। वास्तु के अनुसार जिस घर में सकारात्मक ऊर्जा अधिक सक्रिय होगी, वहां रहने वाले लोगों को कभी भी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। यदि नकारात्मक शक्तियां अधिक प्रभावी होंगी तो निश्चित ही घर में परेशानियां बनी रहेंगी।
दर्पण के लिए ध्यान रखें ये बातें
यदि आपके बाथरूम में दर्पण लगा हुआ है तो इस बात का ध्यान रखें कि दर्पण दरवाजे के ठीक सामने न हो। वास्तु के अनुसार जब-जब बाथरूम का दरवाजा खुलता है, तब-तब घर की नकारात्मक ऊर्जा बाथरूम में प्रवेश करती है। ऐसे समय पर यदि दरवाजे के ठीक सामने दर्पण होगा तो उस दर्पण से टकराकर नकारात्मक ऊर्जा पुन: घर में आ जाएगी।
साफ-सफाई का रखें ध्यान
2-3 दिन में कम से कम एक बार पूरा बाथरूम अच्छी तरह साफ करना चाहिए। बाथरूम यदि एकदम साफ रहेगा तो इसका शुभ असर आपकी आर्थिक स्थिति पर भी पड़ेगा। साफ-सफाई वाले घरों में देवी-देवताओं की विशेष कृपा रहती है।
कमरे और बाथरूम के बीच ऊंची दहलीज अवश्य बनावाएं
इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि बाथरूम और कमरे के फर्श के बीच में कुछ दूरी अवश्य हो। बाथरूम और कमरे के फर्श के बीच दूरी बनाने के लिए थोड़ी ऊंची दहलीज बनाई जा सकती है। जब बाथरूम का दरवाजा बंद रहेगा तब दहलीज के कारण दरवाजे के नीचे से भी नकारात्मक ऊर्जा कमरे में प्रवेश नहीं कर पाएगी।
बाथरूम
में रखें नीले रंग की बाल्टी
वास्तु
के अनुसार बाथरूम में नीले रंग की बाल्टी रखना बहुत शुभ माना जाता है। इस बात का भी ध्यान रखें कि बाथरूम में रखी बाल्टी हमेशा साफ पानी से भरी रहना चाहिए। ऐसा करने पर घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है।
पानी का बहाव किस दिशा की ओर होना चाहिए
ध्यान रखें, बाथरूम में पानी का बहाव उत्तर दिशा की ओर रखना चाहिए। यदि संभव हो तो बाथरूम घर के नैऋत्य कोण (पश्चिम-दक्षिण दिशा) में बनवाना चाहिए। अगर ये संभव न हो तो वायव्य कोण (उत्तर-पश्चिम दिशा) में भी बाथरूम बनवाया जा सकता है।
गीजर और टाइल्स से जुड़ी बातें
गीजर आदि विद्युत उपकरण अग्नि से संबंधित हैं, अत: इन्हें बाथरूम के आग्नेय कोण (दक्षिण-पूर्व दिशा) में लगाएं। बाथरूम में एक बड़ी खिड़की व एक्जॉस्ट फैन के लिए अलग से रोशनदान होना चाहिए। बाथरूम में गहरे रंग की टाइल्स न लगाएं। हमेशा हल्के रंग की टाइल्स का उपयोग करें।
बाथरूम
का दरवाजा
यदि बाथरूम का दरवाजा बेडरूम में खुलता हो तो उसे खुला रखने से बचना चाहिए। वैसे तो बेडरूम में बाथरूम नहीं होना चाहिए, लेकिन बेडरूम में बाथरूम है तो उसके दरवाजे पर पर्दा भी लगाना चाहिए। बेडरूम और बाथरूम की ऊर्जाओं का परस्पर आदान-प्रदान हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता।
पानी का अपव्यय रोकें
घर में पानी का अपव्यय कई प्रकार के वास्तु दोष उत्पन्न करता है। इन दोषों का सीधा प्रभाव हमारे स्वास्थ्य पर और आर्थिक जीवन पर पड़ता है। अत: पानी के अपव्यय को रोकना चाहिए। लगातार टपकते नल को तुरंत ही ठीक करवाना चाहिए। नलों के साथ ही टंकियों की मरम्मत करवाएं और नियमित रूप से पानी की टंकियों की साफ-सफाई करवाएं। घर में कहीं भी नमी हो तो उसका उचित उपचार करवाएं। ऐसा करने पर आपके घर और परिवार के सदस्यों की बहुत सी आर्थिक परेशानियां स्वत: दूर हो जाएंगी।
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