तो इसीलिए घर के आंगन में तुलसी होना
आवश्यक माना जाता है
सालों पहले हर घर के
आंगन में तुलसी लगी होती थी और अब शायद ही कोई घर हो जिसके आंगन में तुलसी का पौधा
लगा हो.
अधिकाश लोग यह जानते
होंगे कि घर के आंगन में लगा तुलसी का पौधा व्यक्ति के निजी जीवन को सुखमय बना
सकता है पर बहुत कम लोग ही यह जानते होंगे कि बहुत जल्द ही तुलसी के कारण स्तन
कैंसर से भी बचा जा सकेगा.
दरअसल अमेरिका के एक
विश्वविद्यालय में आनुवांशिक प्रोद्यौगिकी का उपयोग कर तुलसी के औषधीय गुण बढ़ाने पर
शोध किया जा रहा है.
इस शोध से जुड़े
वैज्ञानिकों के अनुसार तुलसी से स्तन कैंसर की दवा विकसित की जा सकती है.
तुलसी के पत्तों को
पीसने पर एक मिश्रण तैयार होता है उसे 'इयूजिनोल' कहा जाता है.
उसे एक प्लेट पर रखी
रसौली कोशिकाओं पर लगाने से कोशिकाओं के विकास को रोका जा सकता है.
शोध से जुड़े
वैज्ञानिकों का दावा है कि इससे पहले भी इसकी प्रमाणिकता के कई प्रमाण मिल चुके
हैं इसलिए तुलसी, कैंसर जैसी जानलेवा
बीमारियों के लिए बेहतरीन दवा साबित हो सकती है.
तुलसी के पांच पत्तों के
फायदे
तुलसी एक ऐसा पौधा है
जो औषधीय गुणों से भरपूर है इसलिए हिन्दू धर्म में तुलसी के पौधे को पूज्य माना
गया है.
यहां तक कि हिन्दू
धर्म के अनुसार घर के आंगन में तुलसी का पौधा लगाना अनिवार्य माना गया है.
भले ही आज अमेरिका के
एक विश्वविद्यालय में तुलसी के गुणों को लेकर शोध किया जा रहा हो लेकिन हजारों साल
पहले से ही तुलसी के निम्नलिखित औषधीय फायदे बताए गए हैं:
हर रोज सुबह तुलसी के
पांच पत्ते खाने से व्यक्ति पूरे दिन तरोताजा महसूस करता है.
बारिश के मौसम में
रोजाना तुलसी के पत्ते खाने से मौसमी बुखार व जुकाम जैसी समस्याएं दूर रहती हैं.
तुलसी की कुछ पत्तियों
को चबाने से मुंह का संक्रमण दूर हो जाता है और तुलसी की पत्ते दांतों को भी
स्वस्थ रखते हैं.
चेहरे पर चमक बनाए रखने के लिए लोग बाजार में आई
तरह-
तरह की क्रीम का प्रयोग करते हैं
लेकिन हर रोज तुलसी के पत्ते खाने से चेहरे की चमक हर दिन बढ़ती जाती है.
तुलसी की जड़ का काढ़ा
बुखार नाशक होता है.
तुलसी, अदरक और मुलैठी को घोटकर शहद के साथ लेने से सर्दी
के बुखार में आराम मिलता है.
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