अगर आप अपने किचन को इतना स्मार्ट बनाना चाहते हैं जो न
केवल दिखे स्मार्ट बल्कि आपकी कुकिंग को परफेक्ट भी बनाए तो ये किचन मेंम ये बदलाव
करा सकते हैं।
कलर्ड मार्गरीटा सॉल्ट से गार्निशिंग
सफेद और काला नमक के अलावा बाजार में कलरफुल सॉल्ट यानी
कलर्ड मार्गरीटा सॉल्ट है। इसका इस्तेमाल सूप, कॉकटेल, लस्सी आदि को सजाने के लिए किया जा रहा है। हालांकि अलग-अलग
रंगों में उपलब्ध इस नमक का इस्तेमाल अभी कुछ खास रेस्तरांओं में ही किया जा रहा है।
यिंग एंड यांग टीपॉट
दो फ्लेवर की चाय के लिए चाहिए दो टीपॉट। लेकिन यही काम अगर
एक टीपॉट में हो जाए तो! `यिन एंड यांग′ टीपॉट में एक साथ
दो अलग फ्लेवर की चाय रखी जा सकती हैं, जैसे ग्रीन टी और रेड टी। हालांकि भारतीय बाजार में यह अभी
उपलब्ध नही है, लेकिन आने वाले
दिनों में यह आपके किचन में जरूर शामिल हो सकता है।
टोस्टर नहीं, सेल्फी टोस्टर
यह एक ऐसा टोस्टर है, जिससे आप सेल्फी ब्रेड प्रिंट कर सकती हैं। टोस्टर में
ब्रेड को बेक करने पर आपके चेहरे का आकार ज्यादा बेक होता है, जो ब्रेड बेक
होने के बाद साफ देखा जा सकता है। इसमें आपको कोई भी क्लोजअप फोटो डाउनलोड करना
होगा, फिर वह प्रिंट
होकर आपके ब्रेड पर दिखेगा। भारत के कुछ चुनिंदा बड़े शहरों में ही यह अभी उपलब्ध
है, जिसकी कीमत लगभग 5000 रुपये है।
तेल लगेगा कम जब होगा एयरफ्रायर
सेहत के साथ स्वाद का लुत्फ उठाना चाहती हैं, तो ′एयरफ्रायर′ आपके किचन के लिए
सही रहेगा। यह उपकरण सभी भारतीय व्यंजनों को पकाने के लिए तेल की जरूरत को 80 प्रतिशत तक कम
कर देता है। पैटेंटेड रैपिड एयर तकनीक से सुसज्जित यह उपकरण घूमती हुई गर्म हवा को
ग्रिल एलिमेन्ट के साथ जोड़कर तेलरहित स्वादिष्ट फ्राइड फूड मिनटों में तैयार कर
देता है। इसकी कीमत है लगभग 15000 रुपये।
स्पाइस बुक
सफर के दौरान अगर काली मिर्च या लाल मिर्च साथ में ले जानी
हो, तो इन्हें कागज
की पुड़िया बनाकर रखना पड़ता है। यही चीज अगर आपको कागज के रूप में ही मिले तो।
हैं न अच्छा आइडिया। टीबैग की तर्ज पर बनी इस स्पाइस बुक को आप सफर में भी आराम से
लेकर जा सकते हैं। कागज की तरह दिखने वाली यह शीट पूरी तरह ईडिबल भी हैं।
डेस्क माइक्रोवेव ओवन
लंच गर्म करना हो या मैगी बनानी हो, डेस्क माइक्रोवेव
ओवन कामकाजी लोगों के लिए बढ़िया ऑप्शन है। इसे आप अपने ऑफिस में रख सकते हैं।
इसे यूएसबी केबल से कनेक्ट करके मिनटों में कुछ भी गर्म कर सकते हैं। इसमें लगे
स्कैनर को कंप्यूटर से कनेक्ट करना होता है। आपका खाना कितनी देर में गर्म होगा या
बनकर तैयार होगा, इसकी सूचना
कंप्यूटर के माध्यम से मिलती रहती है।
ऊर्जा की बचत तो सब करना चाहते हैं, लेकिन कोई भी अपनी भौतिक सुविधाओं से समझौता
नहीं करना चाहता। मामला चाहे किचन का ही क्यों न हो! फिर भी आप कुकिंग में
स्मार्टनेस दिखाकर ऊर्जा की बढ़ती खपत को कम कर सकती हैं।
किचन में मौजूद जितने भी आधुनिक एप्लाएंसेज हैं,
वे कम एनर्जी के साथ आपका समय बचाते हैं। लेकिन यह तभी तक आपका
साथ देते हैं, जब तक आप इसका सही तरीके से इस्तेमाल करती
हैं।
अगर आप चाहती हैं बिजली
के बिल को कम करना, तो अपनी रोजाना की आदतों में कुछ परिवर्तन करके
आप बिना किसी परेशानी के समय के साथ-साथ बिजली भी बचा सकती हैं।
ओवन से बचेगा टाइम
समय और एनर्जी बचाने के
लिए माइक्रोवेव ओवन का इस्तेमाल बढि़या विकल्प है। गैस ओवन के मुकाबले
माइक्रोवेव ओवन में ऊर्जा का इस्तेमाल कम होता है। इसलिए माइक्रोवेव ओवन में खाना
बनाते समय उसे पहले अच्छे से साफ कर लें, क्योंकि उसमें गिरा फूड, पकने वाले खाने के मुकाबले
ज्यादा एनर्जी लेता है।
फ्रीज में रखे फूड को
माइक्रोवेव में रखने से कुछ देर पहले फ्रीज से बाहर निकाल कर रख लें, ताकि उसका तापमान सामान्य हो जाए। इससे खाना पकने
में ज्यादा टाइम और एनर्जी नहीं लगेगी।
माइक्रोवेव का काम हो जाने
के बाद उसे मेन स्विच से बंद कर दें।
सेरेमिक और ग्लास के बर्तन, स्टील के बर्तनों की जगह 25 प्रतिशत कम एनर्जी लेते हैं।
एक ही टाइम में ग्लास के बर्तनों का खाना स्टील के मुकाबले जल्दी बनेगा। इसलिए ओवन
में हमेशा ओवन फ्रेंडली बर्तनों का ही इस्तेमाल करें। इलैक्ट्रिक ओवन यूज करते
वक्त उसकी लीड को बार-बार खोल कर चेक न करें कि खाना पका या नहीं।
इसके लिए ओवन की लीड को साफ
करके रखें, ताकि बाहर से ही देखा जा सके और कुकिंग टाइम सेव
किया जा सके। इसके अलावा खाना बनाने के लिए जितना टाइम चाहिए, ओवन उससे पांच मिनट पहले ही
बंद कर दें। इससे ओवन में बची हीट बेकार नहीं जाएगी। वह खाना पकाने में ही यूज हो
जाएगी।
गैस की बचत
खाना पकाते समय पानी का
उतना ही इस्तेमाल करें, जितना सब्जी में जरूरत हो। जरूरत से ज्यादा पानी
को पकने में समय भी ज्यादा लगता है और गैस की बर्बादी भी होती है। हमेशा ढंककर
खाना पकाएं। खुले खाने की तुलना में ढका हुआ खाना जल्दी पकता है।
कड़ाही या पैन की जगह
खाना बनाने के लिए प्रेशर कुकर का इस्तेमाल करें। प्रेशर कुकर यूज करने का मतलब
होता है कि ज्यादा तापमान पर थोड़े समय में खाना बना रही हैं।
खाना बनाते समय बर्नर के
छेद खाना गिरने से बंद हो जाते हैं, जिससे गैस की सप्लाई कम
होती है और खाना काफी देर में पकता है। इसलिए उसे समय-समय पर साफ करती रहें, ताकि गैस बर्बाद न हो।
काम की बातें
खाना बनाने की प्रक्रिया
शुरू करने से पहले उसकी तैयारी पहले से ही कर लें। इससे समय और ऊर्जा दोनों की बचत
होती है। यही नहीं किचन में हर चीज के लिए जगह तय करें।
सामान जहां से उठाएं, वहीं रखें, ताकि खाना बनाते समय आपको
चीजें ढूंढ़नी न पड़े। यदि खड़ी दाल बनानी हो, तो उन्हें रात को ही धोकर
भिगो दें। इससे कुकिंग टाइम के साथ रसोई गैस की भी बचत होगी। लहसुन, अदरक और हरी मिर्च पेस्ट में एक चम्मच गरम तेल और
थोड़ा-सा नमक मिलाकर फ्रिज में रख दें। जब चाहें इसका इस्तेमाल करें।
हमारी बिजली की औसत खपत
में घरेलू खपत की हिस्सेदारी तीस प्रतिशत होती है, जिसमें सिर्फ रसोई में ही
बिजली का 40 प्रतिशत हिस्सा खप जाता
है। तो क्यों न बिजली की बचत की शुरुआत रसोई से ही करें।
जो भी किचन एप्लाएंसेज लें, उसकी रेटिंग जरूर देखें। जिस उपकरण की बिजली की
खपत औसत से जितनी कम होती है, उसे उतने ही स्टार दिए
जाते हैं।
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