7-8 साल की बच्ची, जो अभी दूध के दाँत खोने
लगी है, यदि वह मुस्लिम समुदाय की है, तो इन गर्मियों की छुट्टियों में कुछ और भी खो
देंगी। इन छुट्टियों में कुछ औरतें उसके हाथ-पैर पकडेंगी और एक मुल्लानी उसके
गुप्तांग का एक हिस्सा (क्लाइटोरल हुड) काट देगी। जब तक उसका जख्म भरेगा, छुट्टियाँ पूरी
हो चुकी होंगी। हाँ, अगर वह भाग्यशाली हुई तो यही काम कोई डाँक्टर
एनेस्थीसिया देकर पूरा करेगा।
स्त्रियों के खतना का यह रिवाज..................
वैसे तो अफ्रिकी देशों में है, लेकिन इसका प्रचलन भारत के कुछ हिस्सों में भी
है। अफ्रिका महाद्वीप के मिस्र, केन्या, यूगांडा इरीट्रिया जैसे
दर्जनों देशों में यह परम्परा सदियों से चली आ रही है। दाऊदी बोहरा उत्तरी मिस्र
के उत्पत्ति के चलते इस परम्परा को अपनी पहचान की तरह बचाए रखना चाहते हैं।
इस्मायली शिया समुदाय के एक उप समुदाय के रूप में दाऊदी बोहरा समुदाय वैसे तो पूरी
दुनिया में फैला है, मगर इनकी मुख्य आबादी अभी भारत और पाकिस्तान
में रहती है।
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महिलाओं में खतना क्या है? बिना किसी
चिकित्सीय आवश्यकता के जननांगों के ऊपरी भाग को पूर्ण या आंशिक रूप से हटा देना या
उसके साथ छेडछाड करना खतना कहलाता है। यह भाग वास्तव में एक घुंडी होती है, जिसका कार्य ठीक
वही होता है जो पुरुष जननांग की बढी हुई चमडी का होता है। इसके कारण सहवास का
माधुर्य बढता है। यह खतना कई तरह से किया जाता है। कुछ लोगों का पूरा क्लाइटोरल
हुड काटा गया था और कुछ का सिर्फ चुना गया था। सबसे पहले इस प्रथा का विवरण हमें
रोमन साम्राज्य और मिस्र की प्राचीन सभ्यता में मिलता है। मिस्र में फिरदौन के काल
से ही इसका प्रचलन माना जाता है। वहाँ के संग्रह्लयों में ऐसे अवशेष रखे हैं, जो इस प्रथा की
पुष्टि करते हैं।
More : http://bbc.in/18E8SCw
............... http://creative.sulekha.com/heard-about-female...
http://www.bbc.co.uk/…/130523_female_genital_mutilation_cas…
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स्त्री जाति से द्वेष करने वाली प्रथा पर आज स्त्री ही अमल
कर रही है। माता के न चाहने पर भी, अक्सर दादी या नानी
जबरदस्ती खतना करवा देती है और अपनी पोती या नातिन को आजीवन नाकाफी यौन सम्बन्ध के
लिए मजबूर बना देती है। जिस लडकी का खतना हो चुका है, उसको सेक्स के
अलावा भी कई प्राँब्लम्स हो सकती है। यह मानव अधिकारो का उल्लंघन है।
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जानलेवा रक्त रिसाव, बाह्यचर्मिक पुटी, लगातार मूत्र
बहना और जननांगीय बीमारियाँ, पुराना दर्द और प्रसूति सम्बन्धित जटिलताएँ
उत्पन्न होने की पूरी-पूरी आशंका रहती है। इससे यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन हो सकता
है। कई लडकियाँ मासिक धर्म के दौरान बहुत दर्द महसूस करती हैं। खतना के कारण और तो
और उनके शौहर को भी शिकायत रहती है कि वह सेक्स में ज्यादा इंटरेस्टेड नहीं है। जो
महिलाएँ इस प्रक्रिया से गुजरती हैं उनके अनुभव बहुत ही खराब और यातनापूर्ण होते
हैं। वे नहीं चाहती कि किसी भी स्त्री का खतना हो।
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मूल लेखकः-----------------फिरोज बख्त अहमद (मौलाना आजाद के
पौत्र)
dont behave as animal
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