एक तरफ जहां नई केंद्रीय सरकार के लिए होने
वाले लोक सभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वहीं सत्ता में बैठी कांग्रेस पार्टी अपना वोट बैंक बनाने की हर
मुमकिन कोशिश कर रही है। ऐसे में कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी जगह-जगह जाकर लोगों के बीच लोकप्रियता हासिल
करने की कोशिश में हैं। पिछले 9 साल और 8 महीनों के राज में कांग्रेस पार्टी ने ऐसा कुछ नहीं किया जिससे लोगों
के दिल में उनके लिए कोई खास जगह बन पाई हो। फिर भी कोशिशें जारी हैं। इस बार
राहुल गांधी तैयारी कर रहे हैं हरियाणा के किसानों से मिलने की। 24 फरवरी को वह पहुंच रहे
हैं गन्नौर (हरियाणा) जहां वे किसानों की तकलीफ सुनेंगे।
भारतीय
जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष
राहुल गांधी किसानों से बात करने 24 फरवरी को हरियाणा में गन्नौर आ रहे हैं। स्वागत है, पर किसानों की कुर्की, आत्महत्याओं व
स्वामीनाथन लागू न करने से हुई, आर्थिक बदहाली का हिसाब भी लेते आना। उन्होंने कहा कि हरियाणा का
किसान किडनी बेचने की दरखास्त लगा रहा है अपनी जमीन व कृषि उपकरण बचाने के लिए।
देश में हर 36 मिनट में एक किसान आत्महत्या करने को विवश हो रहा है, जिसका कारण कांग्रेस
का 10
साल
का शासन है।
देश
और पूरे हरियाणा प्रदेश के किसानों की ओर से राहुल गांधी से 10 सवाल किए हैं। इन
सवालों में धनखड़ ने किसानों की दिक्कतों को सामने रखते हुए कांग्रेसी शासन पर
सवाल खड़े किए हैं और राहुल गांधी जी से इनके जवाब मांगे हैं। वे चाहते हैं कि
राहुल जब भी इस मुलाकात के लिए आएं, इन सवालों के जवाब साथ लाएं और किसानों की मदद सिर्फ बातों से नहीं
बल्कि पूरी योजना के साथ करें। श्री धनखड़ ने कहा कि पिछले करीब 10 सालों से सत्ता में
बैठी कांग्रेसी सरकार ने देश को सिर्फ महंगाई और नई परेशानियां ही दी हैं। ऐसे में
हमारे देश के अन्नदाता किसानों को सबसे ज्यादा मुश्किलें आई हैं। इतने समय में 1 लाख 45 हजार किसानों ने
आत्महत्या की है जो देश को एक बहुत बड़ा नुकसान है।
ये
हैं ओम प्रकाश धनखड़ द्वारा राहुल जी से किए गए 10 सवाल:
1. कांग्रेस के 9 साल 8 महीने के राज में 1 लाख 45 हजार किसान क्यों हुए आत्महत्या को मजबूर?
2. क्यों बेचारे 30 गरीब किसानों को जो जमीन, पानी, भाव बचाने के लिए आंदोलनरत थे, महाराष्ट्र के मावल, सांगली, इन्दापुर, असम के बेशींमारी, आंध्र के श्रीकाकलूम, उत्तरप्रदेश के टट्पल, भट्ठापरसोल, शेखरी में पुलिस की गोलियों से भून दिया गया?
3. स्वामीनाथन की कमीशन की अक्तूबर 2006 से सरकार के पास साढ़े
सात साल से जमा रिपोर्ट को ठंडे बस्ते में डाले क्यों बैठे हो? 50 साल में एक कमीशन उसकी
भी रिपोर्ट लागू नहीं?
4. इस रिपोर्ट के लागू होने से किसानों के घर आने वाले हर साल के एक लाख
करोड़ रुपए क्यों रोके बैठी है सरकार, 7 साल में किसानों को 7 लाख करोड़ का चूना क्यों?
5. किसानों के घर क्यों आ रहे कुर्की के नोटिस, किसानों की कर्जमाफी
की रकम को क्यों डकार गए बैंक?
6. जोखिम प्रबंधन की मुख्यमंत्रियों की कमेटी की रिपोर्ट दिसम्बर 2010 से केंद्र सरकार के
पास,
क्यों
नहीं कर रहे लागू। दस हजार रुपए प्रति एकड़ की चार साल से सिफारिश पर, किसानों को दो और तीन
रुपए के चैक क्यों?
7. डी नोटिफाई हो रहे ह्यद्ग5 की जमीन क्यों नहीं कर रहे किसानों को वापिस?
8. लागत से कम एम एस पी क्यों?, दास साल में बीजों के दाम दोगुना, डीजल के ढाई गुणा, पेस्टीसाइड के तीन
गुणा और खादों के दाम चार गुणा फिर फसलों के एम.एस.पी. केवल दो गुणा क्यों?
9. किसानों के देश में क्यों कोई भी अब किसान बनने को तैयार नहीं? क्यों मनमोहन सरकार की
माइक्रो इकोनॉमी ने किसानों की मेक्रो को तबाह कर दिया?
10. रोबर्ट वाड्रा द्वारा हथियाई किसानों की जमीनें
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