मृत्यु से जन्म तक का राज जानें
जब तक आपका
जीवन है आप यह देख सकते हैं कि आपके साथ लोग क्या व्यवहार कर रहे हैं। लेकिन मरने
के बाद आपके शरीर का क्या होगा और आपको किस योनी में जन्म लेना पड़ेगा यह आप नहीं
देख सकते।
लेकिन ज्योतिषशास्त्र के प्राचीन ग्रंथों में बताया गया है कि
व्यक्ति चाहे तो अपनी कुंडली की कुछ स्थितियों को देखकर खुद ही जान सकता है कि
मरने के बाद उसके साथ क्या होने वाला है। वह अमीर घर में जन्म लेगा या गरीब परिवार
में पैदा होगा।
धूम धाम से अंतिम संस्कार, उच्च कुल में जन्म
ज्योतिषशास्त्र के नियम के अनुसार जिस व्यक्ति की कुण्डली में गुरु अपनी
उच्च राशि कर्क में बैठा होता है वह बड़े ही सौभाग्यशाली होते हैं।
मृत्यु के बाद इनका अंतिम संस्कार
धूमधाम से होता है। ऐसे व्यक्ति किसी उच्च कुल में जन्म लेते हैं।
ऐसा व्यक्ति भयानक नर्क में
जाता है
जिनकी जन्मपत्री में मंगल पहले, दूसरे या फिर पांचवें घर
में होता है और शनि की मंगल पर दृष्टि होती है उन्हें धार्मिक कार्यों पर विशेष
ध्यान देना चाहिए।
क्योंकि ज्योतिषशास्त्र के अनुसार
ऐसे व्यक्ति को मृत्यु के बाद भयानक रौरव नर्क में जाना पड़ता है।
राज परिवार में जन्म लेता है ऐसा व्यक्ति
अगर आपकी
कुण्डली में राहु आठवें घर में बैठा है तो वर्तमान जीवन में दुर्घटनाओं से सावधान
रहना चाहिए। लेकिन आगामी जन्म के लिए खुशी मना सकते हैं।
ज्योतिष के अनुसार ऐसा व्यक्ति अगले जन्म में किसी राज परिवार
में जन्म लेता है और वैभवपूर्ण जीवन जीता है।
तो रहती है अकाल मृत्यु की संभावना
जिन लोगों की कुण्डली में शनि और मंगल दूसरे घर में एक साथ होते है उन्हें
हमेशा सावधान रहना चाहिए क्योंकि यह अकाल मृत्यु योग बनाता है।
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार शनि मंगल
दोनों पाप ग्रहों की दृष्टि आठवें घर पर शुभ नहीं होती है।
ऐसे लोगों को मिलता है गोलोक में स्थान
जिन लोगों
की कुण्डली में गुरु, शुक्र और चन्द्रमा की दृष्टि आठवें घर पर होती
है वह बड़े ही पुण्यात्मा होते हैं।
मृत्यु के बाद अपने पुण्य के प्रभाव से भगवान श्री कृष्ण के
गोलोक में स्थान प्राप्त करने का सौभाग्य प्राप्त करते हैं।
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