Monday 14 July 2014

सावन महीने में रुद्राक्ष धारण करने पर ध्यान रखें

सावन महीने में रुद्राक्ष धारण करने पर ध्यान रखें ये 5 जरूरी बातें
 
पौराणिक मान्यता के मुताबिक रुद्राक्ष भगवान शिव का अंश है। इसलिए इसे साक्षात शिव का स्वरूप भी माना जाता है। इसका शुभ प्रभाव सुख-सौभाग्य बढ़ाने वाला बताया गया है। शिव पूजा के दौरान खास तौर पर सावन में शिव भक्तों को रुद्राक्ष की माला या मनके जरूर धारण करना चाहिए।
 रुद्राक्ष, आकार और रूप के मुताबिक अलग-अलग प्रभाव और फल देते हैं। धार्मिक नजरिए से हर रुद्राक्ष पापनाशक और शिव के साथ शक्ति को भी खुश करने वाला माना गया है। किंतु शास्त्रों में रुद्राक्ष के शुभ फल और प्रभाव के लिए खान-पान और व्यवहार से जुड़ी कुछ बातों का पालन भी जरूरी बताया गया है। अन्यथा माना जाता है कि इससे शुभ फल के स्थान पर अदृश्य दोष लगते हैं।
 
जानिए रुद्राक्ष की माला, कड़ा पहनने या फिर इसकी माला से जप करने पर कौन से काम नहीं करना चाहिए। खास तौर पर रक्षाबंधन (10 अगस्त, श्रावणी पूर्णिमा) तक चलने वाले
 
श्रावण माह में रुद्राक्ष पहनने के दौरान यहां बताई जा रही 5 बातों को नजरअंदाज करें-
 
सावन महीने में रुद्राक्ष धारण करने पर ध्यान रखें ये 5 जरूरी बातें
 
- रुद्राक्ष को अभिमंत्रित यानी शास्त्रों में बताए हर रुद्राक्ष के लिए नियत मंत्रों से पूजा कर ही धारण करना चाहिए।
- रुद्राक्ष धारण करने वाले को शराब, नशीली चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।

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मांसाहार छोड़ देना चाहिए।

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लहसुन प्याज सहित तामसी तीखा खान-पान छोड़ देना चाहिए, क्योंकि ये चीजें संयम एकाग्रता में बाधक मानी गई है, जो देव साधना में पवित्रता बनाए रखने के लिए बेहद जरूरी माने गए हैं।


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मानसिक पवित्रता के लिए गंदे साहित्य, बातों सोच से दूर रहना चाहिए।
 
 
 

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