Thursday 10 July 2014

आनंद कुमार

Photo: ^ इस भाई का नाम है आनंद कुमार
बिहार में सुपर 30 नाम का आई आई टी की कोचिंग चलाता है
यह पहले खुद एक टेस्ट रखता है जिसमे से 30 मेघावी और गरीब छात्रों चुनता है फिर 7 या 8 महीने उनेह तगड़ी कोचिंग देता है
काबिले गौर यह है की किसी बालक से पैसा नहीं लेता और वो सब बालक इसके घर में रहते खाते पीते इत्यादि करते है
इसके लिए सच में दिल से दुआ निकलती है ।
जो सरकारी मदद का रोना नहीं रोता न
ही इसका की इसके पास पैसे की कमी है
इसे हज़ारो कोचिंग वालो की तरफ से लाखो का पैकेज
ओफ़्फ़र होता है पर क्युकी यह खुद पैसो की कमी की वजह
से लन्दन के विश्वविद्यालय में नहीं जा सका इसी लिए यह
सब कुछ मुफ्त मुहय्या कराता है और किसी भी ऑफर
को स्वीकार नहीं करता
औसतन हर साल 30 में से 29 बालक आई आई टी क्लियर
कर जाते है

व्यवस्था पर और संसाधनों की कमी का रोना रोने वालों के मुँह पर करारा तमाचा है आनन्द कुमार जी का यह कार्य।
लाखों रुपये सालाना की फीस लेने वाले इंस्टीट्यूट आनन्द कुमार जी के गुरुकुल के आगे बौने हैं।
.
.
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प्रतिभा पर पैसे का नियंत्रण खत्म हो जाये तो देश में होनहारों की कमी नहीं।

पर भांड मिडिया इसको नहीं दिखायेगा। हां सनी लीओन ने
किस रंग के कपडे पहने वो ज़रूर बताएगा..

काश सभी के दिल में गरीबो के प्रति उदारता होती तो आज भारत विश्वगुरु होता

जय महाकाल

by-सनातनसपूत कट्टरहिंदू रामसेवक भारत

इस भाई का नाम है आनंद कुमार


बिहार में सुपर 30 नाम का आई आई टी की कोचिंग चलाता है


यह पहले खुद एक टेस्ट रखता है जिसमे से 30 मेघावी और गरीब छात्रों चुनता है फिर 7 या

महीने उनेह तगड़ी कोचिंग देता है


काबिले गौर यह है की किसी बालक से पैसा नहीं लेता और वो सब बालक इसके घर में रहते 

खाते पीते इत्यादि करते है


इसके लिए सच में दिल से दुआ निकलती है


जो सरकारी मदद का रोना नहीं रोता


ही इसका की इसके पास पैसे की कमी है


इसे हज़ारो कोचिंग वालो की तरफ से लाखो का पैकेज


ओफ़्फ़र होता है पर क्युकी यह खुद पैसो की कमी की वजह


से लन्दन के विश्वविद्यालय में नहीं जा सका इसी लिए यह


सब कुछ मुफ्त मुहय्या कराता है और किसी भी ऑफर


को स्वीकार नहीं करता


औसतन हर साल 30 में से 29 बालक आई आई टी क्लियर


कर जाते है

व्यवस्था पर और संसाधनों की कमी का रोना रोने वालों के मुँह पर करारा तमाचा है आनन्द 


कुमार जी का यह कार्य।


लाखों रुपये सालाना की फीस लेने वाले इंस्टीट्यूट आनन्द कुमार जी के गुरुकुल के आगे 

बौने हैं।
.
.
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प्रतिभा पर पैसे का नियंत्रण खत्म हो जाये तो देश में होनहारों की कमी नहीं।

पर भांड मिडिया इसको नहीं दिखायेगा। हां सनी लीओन ने


किस रंग के कपडे पहने वो ज़रूर बताएगा..

काश सभी के दिल में गरीबो के प्रति उदारता होती तो आज भारत विश्वगुरु होता

जय महाकाल

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