आजादी की सालगिरह पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पहली बार लाल किला पर तिरंगा फैराया। अपने चुनावी वादों के अनुरूप देश में ठोस आर्थिक सुधार, गरीबी उन्मूलन, शहर और ग्रामीण इलाकों में समान सुविधा और समावेशी विकास के लिए पहली बार मोदी ने मूल मंत्र सुझाए। मोदी के दिए मंत्रो से एक बात साफ है कि देश में पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के जमाने कि नीतियों को अब पूरी तरह से दरकिनार कर दिया गया है। हालांकि 1991 में उदारीकरण के बाद ही नेहरूवियन मॉडल से किनारा कर लिया गया था लेकिन अब मोदी सरकार का योजना औयोग को बंद करने के फैसले से यह साफ है कि अब नेहरू युग की संस्थाएं विकास के लिए सार्थक नहीं रही। इन योजनाओं के सहारे मोदी बनाएंगे विकास का रोडमैप-
1. प्रधानमंत्री जन-धन योजना की घोषणा
इस योजना के तहत देश के गरीब से गरीब व्यक्ति को बैंक अकाउंट से जोड़ने की बात कही। इसके तहत जो भी बैंक अकाउंट खोलेगा, उसे 1 लाख रुपए का बीमा दिया जाएगा, ताकि भविष्य में किसी अनहोनी होने की स्थिति में परिवार को परेशानियों का सामना न करना पड़े। इस अकाउंट के तहत एक डेबिट कार्ड देने की बात भी कही गई।
2. योजना आयोग की जगह आएगी नई संस्था
मोदी सरकारयोजना आयोग के भविष्य को लेकर अपनी बात कही। योजना आयोग को खत्म करने की बात कही। योजना आयोग के स्थान पर एक क्रिएटिव थिंकिंग के साथ संसाधनों का उपयोग करते हुए और नौजवानों की स्किल्स का उपयोग करके, नई सोच और नई आत्मा के साथ एक नया इंस्टिट्यूशन बनाया जाएगा, जो योजना आयोग की जगह काम करेगा
3. डिजिटल इंडिया से बनेगा देश का नया चेहरा
डिजिटल इंडिया को बताया अपना सपना। गांवों को ब्रॉडबैंड से जोड़ने की बात कही। गांवों में ब्रॉडबैंड होने से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उन गांवो तक भी डॉक्टर की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी, जहां डॉक्टरों की कमी है। ई-गवर्नेंस पर भी मोदी ने जोर दिया। इससे सभी सरकारी काम ऑनलाइन हो सकेंगे, जिससे काम में तेजी लाई जा सकेगी। ऑनलाइन एजुकेशन को बढ़ावा देने की बात कही, ताकि जहां पर शिक्षा का आभाव है, वहां भी इसे आसानी से पहुंचाया जा सके।
मोदी ने मोबाइल गर्वनेंस पर भी जोर दिया। आज देश में अधिकतर लोगों के पास मोबाइल है। मोदी ने मोबाइल से बैंक अकाउंट ऑपरेट करने और साथ ही अपने कारोबार की जानकारी भी लेते रहने की बात कही।
4. स्किल डेवलपमेंट मिशन से बनेंगे रोजगार के नए अवसर
स्किल डेवलपमेंट को अपना मिशन बताया। आधुनिक भारत बनाने के लिए स्किल्ड नौजवान तैयार करने की बात कही, जो न सिर्फ देश में, बल्कि बाहर भी नौकरियां पैदा करने का कम कर सकें। ऐसे नौजवान तैयार किए जाएंगे, जो देश के बेरोजगारों के लिए रोजगार उपलब्ध करा सकें। नौजवानों को संबोधित करते हुए कहा कि उनके रहते छोटी मोटी चीजें इंपोर्ट करने की जरूरत क्यों है। छोट-छोटे काम के लिए इंपोर्ट करने वाली चीजें देश में बनाने की बात कही, ताकि इंपोर्ट करने के बजाए देश एक्सपोर्ट करने की स्थिति में आ जाए।
5. एक्सपोर्ट बढ़ाने के लिए मैन्युफैक्चरिंग पर जोर
विदेशों से इंपोर्ट किए जाने वाले गुड्स में इलेक्ट्रॉनिक गुड्स दूसरे नंबर पर है। मोदी का कहना है कि अगर डिजिटल इंडिया का सपना साकार हो जाएगा तो हम इस इंपोर्ट से निजात पा सकेंगे और एक्पोर्ट की स्थिति को हासिल करना काफी आसान हो जाएगा। एक्सपोर्ट-इंपोर्ट को बढ़ाने के लिए मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को बढ़ावा देने की बात कही।
6. टूरिज्म से भी बनेंगे रोजगार के साधन
टूरिज्म को बढ़ावा देने की बात कही। इससे गरीब से गरीब व्यक्ति को रोजगार मिलता है। मोदी ने कहा कि इससे चने बेचने वाले, चाय बेचने वाले, ऑटो वाले, पकौड़े वाले, छोटी दुकानों वालों को रोजगार मिलता है। इतना ही नहीं, इससे टूर ट्रैवल की सर्विस देने वाली कंपनियों और साथ ही होटलों और रेस्टोरेंट की आमदनी में भी बढ़ोत्तरी होगी।
7. एसएसएमई प्रोडक्ट की क्वॉलिटी पर जोर
छोटे उद्मियों से अनुरोध किया कि ऐसी मैन्युफैक्चरिंग की जाए, जिसमें 'जीरो डिफेक्ट और जीरो इफेक्ट' हो। जीरो डिफेक्ट से मतलब है कि प्रोडक्ट में कोई खराबी ना हो। जीरो इफेक्ट से मतलब है कि उनके द्वारा बनाए गए प्रोडक्ट से पर्यावरण को कोई हानि न हो। अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराने के लिए मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को बढ़ावा देने की बात कही। छोटे उद्योगों में लगे लोगों के लिए कहा कि दुनिया के हर कोने में 'मेड इन इंडिया' की बात पहुंचनी चाहिए। यही सभी का सपना होना चाहिए।
8. आदर्श ग्राम से होगा समावेशी विकास
सांसद आदर्श ग्राम योजना' की घोषणा की। सांसद इसके तहत अपने इलाके में 3000-5000 के बीच का कोई गांव तय कर लें। उस गांव की शिक्षा स्वास्थ्य, हरियाली, सफाई को सुनिश्चित करेगा। इन सबके लिए एमपी लैड फंड (सांसद निधि फंड) का इस्तेमाल करने की बात कही। हर सांसद 2016 तक एक गांव को आदर्श गांव बनाए। 2016 के बाद 2019 में चुनाव तक जाने से पहले और 2 आर्दश गांव बनाए। इससे हर साल में एक आर्दश गांव बन जाएगा। 11 अक्टूबर को जय प्रकाश नारायण की जन्मतिथि के दिन सांसद आदर्श ग्राम योजना का ब्लूप्रिंट सभी राज्य सरकारों और सांसदों के सामने पेश कर दिया जाएगा।
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