अगर आप 20 की इस युवा उम्र में प्रवेश कर रहे हैं या कर चुके हैं
तो आपके लिए जरूरी है कि आप जिदंगी की सभी मुश्किलों के सामना करने के लिए खुद को
तैयार कर लें।
30 साल की उम्र तक आपने क्या हासिल किया, ये 20 की उम्र में किये गए कामों पर
निर्भर करता है।
स्कूल की पढ़ाई खत्म कर कॉलेज तक आते आते युवा अक्सर मेहनत करना छोड़ देते हैं।
युवा सोचते हैं कि सफल होने के लिए सिर्फ शिक्षा और बुद्धि ही काफी है। परंतु�
अच्छी बुद्धि के साथ प्रतिभा और किसी अच्छी यूनीवर्सिटी से डिग्री के बावजूद अच्छी
नौकरी की गारेंटी नहीं दी जा सकती। अच्छी डिग्री का मतलब बिल्कुल भी नहीं कि हम
कड़ी मेहनत का दामन ही छोड़ दें।
आप अपने करियर को महत्वपूर्ण और बेहतर बनाने के लिए क्या कर रहे हैं। टीओआई में
छपे लेख में करियर एक्सपर्ट जॉय की सलाह है कि सामाजिक कौशल के अलावा हमारे पास
किसी भी विषय को विस्तार से बताने की निपुणता का होना भी बहुत जरूरी है। �
युवाओं की
सबसे बड़ी गलती यह है कि वह पैसों की बचत नहीं करते है। एक बैंक ने 18 से 29 साल की
आयु वाले लोगों पर नया सर्वे किया गया है। 1003 लोगों पर किए गए सर्वे में 69 प्रतिशत
लोग ऐसे थे जिन्होंने अभी तक कोई खास बचत नहीं की थी। ऐसे में वह भविष्य में आने वाली
जरूरतों को पूरा नहीं कर सकते। अगर वह बचत को जल्दी से जल्दी महत्व देना शुरू नहीं
करते तो आगे चलकर उनकी परेशानी का कारण बन सकता है।
एक्सपर्ट अदित्या राथनम कहते है कि इस उम्र में जरुरी नहीं कि शुरुआत से ही बहुत ज्यादा धन निवेश किया जाए। पर यह जरूरी है कि बढ़ते फायदे के साथ निवेश की राशि में भी वृद्धि की जाए। युवाओं को शौक के लिए पैसा उड़ाने की आदत से बचना चाहिए।
युवा अपने स्वास्थ्य को नजंरअदाज करते हैं। जैसे जैसे उम्र बढ़ती है हम अपने आपको वैसा ही सुंदर व आकर्षित दिखाना चाहते है जैसे कॉलेज के दिनों में दिखते थे। 28 की आयु के पास आते ही शराब व नशीली चीजों के सेवन के विचार आना खतरनाक है। युवाओं को नशीली चीजों व ध्रूमपान की आदत से खुद को बचाना चाहिए।
असवस्थ्य भोजन भी व्यवहार को प्रभावित करता है। �
कम्युनिकेशन के प्रोफेसर मिकेल का कहना है कि 20 की उम्र
में मानसिक रूप से मजबूत होने के लिए ध्यान देने की जरूरत होती है। इससे पहले कि कोई
नकारात्मक विचार दिमाग पर हावी हो जाए।
आम तौर पर युवा समस्याओं के आगे जल्दी ही घुटने टेक देते
हैं। प्रेम संबध बिगड़ना, नौकरी से निकाले जाने, जैसे कारणों से वह एक दबाव महसूस करते
हैं और जिदंगी से निराश होने लगते है। जबकि निराश होने की जगह उन्हें अपने लक्ष्य
पर और अधिक ध्यान देना चाहिए। साथ ही असफलता के कारणों को पहचानना चाहिए और अपनी कमी
से उबरने के प्रयास करने चाहिए।
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