
लव जेहाद में ब्लू फिल्म और कोर्ड वर्ड का गहरा कनेक्शन
नयी दिल्ली (अंकुर कुमार श्रीवास्तव)। लव जेहाद का असल मतलब भले ही मुस्लिम लड़कों
का गैर मुस्लिम लड़कियों से इश्क करना, निकाह करना और उसका धर्म बदलवाना हो मगर
इसका मकसद प्यार के नाम पर जेहादी लड़कियों की फौज खड़ी करना है। सीधे शब्दों में
कहें तो इन दो शब्दों में इर्द-गिर्द आतंकियों ने हिंदुस्तान को बर्बाद करने का जाल बुन लिया
है। जिस तरह आतंकी अपने मिशन को अंजाम देने के लिए तरह-तरह -तरह के कोड वर्ड का
प्रयोग करते हैं उसी तरह लव जेहाद के भी दो कोडवर्ड होते हैं- लव कृष्णा और लव जीजस।
लव कृष्ण का मतलब होता है हिंदू धर्म मानने वाली लड़कियों को प्यार के जाल में फंसाना
तो वहीं लव जीजस का मतलब होता है ईसाई धर्म मामने वाली लड़कियों को फर्जी मोहब्बत
के जाल में फंसाना। आप सुनकर हैरान हो जायेंगे कि लव जेहाद की नींव स्कूल, कॉलेजों
और
कोचिंग संस्थानों के आसपास डाली जा रही है। शिकार तलाशने के लिए ठीक-ठाक दिखने
वाले लड़कों जो कॉलेज जाते हों, फर्राटेदार अंग्रेजी बोलते हो और पैसे वाले परिवार से संबंध
रखते हो का सहारा लिया जा रहा है।
ऐसे लड़कों को आतंकवादी नेटवर्क महंगी गाडि़यां, कपड़े और पैसे सप्लाई करते हैं। सूत्रों की
मानें तो लव जेहाद के लिए लड़कियों को तैयार करने के काम में उतरे ज्यादातर लड़के सिमी
और दूसरे प्रतिबंधित संगठनों के हैं। जो जितनी जल्दी कामयाब होता है उसे इतना बड़ा
इनाम भी दिया जाता है। जानकारी के मुताबिक लड़कियों को जाल में फांसने के लिए
बाकायदा एक मैनुअल भी तैयार कर लिया गया है।
लड़कियों के कॉलेज, हॉस्टल और मॉल के आसपास घूमते रहें ताकि आसानी से लड़कियों से
दोस्ती गांठी जा सके।
लड़कियों को प्यार में इस कदर पागल कर दें कि वो आपकी कोई बात ठुकरा ना सकें।
लड़कियों से दोस्ती बढ़ाने के लिए मोबाइल और इंटरनेट का भी इस्तेमाल करें।
कॉलेज और हॉस्टल के आसपास मोबाइल रिचार्ज कराने वाली जगहों पर जरूर जाएं।
इंटरनेट कैफे में भी लड़कियों से दोस्ती करने की कोशिश करें।
किसी भी तरह लड़कियों का मोबाइल नंबर हासिल करें ताकि उन्हें फोन और एसएमएस
किया जा सके।
लड़की की बनायी जाती है ब्लू फिल्म
मोबाइल कॉल और एसएमएस लव जेहाद का शुरुआती हथियार है। आतंकवादियों को सोशल
नेटवर्किंग साइट पर चैट करना भी सिखाया जा रहा है। कोशिश ये साबित करने की कि
लड़का
हर मायने में अच्छा है। आतंकियों को ये भी ताकीद की गई है कि अगर किसी लड़की के पास
मोबाइल फोन ना हो तो दोस्ती गांठने के बाद सबसे पहले उसे मोबाइल फोन तोहफे में दें और
इसके बाद महंगे गिफ्ट्स का सिलसिला। कपड़े...परफ्यूम.. और फिर पिकनिक।
लड़का-लड़की के साथ पिकनिक जाता है और वहीं उसका अश्लील वीडियो बना लिया जाता है,
फिर तो लड़की मुट्ठी में। लड़की को घर से भागने पर मजबूर कर दिया जाता है। इसके बाद
उसका धर्म परिवर्तन और फिर उसके दिमाग को सम्मोहित करने की मुहिम। इसके बाद एक
साथ दो बातें होती हैं लड़की का कथित शौहर अचानक गायब हो जाता है और उसके दोस्त
कहते हैं कि वो तो जेहाद के लिए चला गया है, अब तुम भी जेहाद के लिए काम करो। यहां से
शुरू होता है लव जेहाद। उसे इस्लाम के नाम पर भड़काया जाता है। भड़काऊ सीडी दिखाई
जाती है ताकि एक भले चंगे दिलोदिमाग में जहर भर जाए।
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