Friday, 15 August 2014

लाल किले से पीएम मोदी

'असली' लाल किले से पीएम मोदी- पढ़िए मोदी के भाषण की मुख्य अंश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस की 68वीं वर्षगांठ पर शुक्रवार को दिल्ली के लाल किले से देश को संबोधित किया। बतौर प्रधानमंत्री यह उनका पहला भाषण था, जिसे उन्होंने असली लाल किले से दिया। मोदी ने पहली बार बिना लिखा भाषण दिया। और वो भी बिना बुलेट प्रूफ बाक्स में खड़े हुए, जबकि आज तक प्रत्येक प्रधानमंत्री आतंकी खतरे के मद्देनजर बुलेट प्रूफ बाक्स में ही खड़े होते रहे थे। करीब एक घंटे के अपने भाषण में मोदी ने देश को स्वतत्रंता दिवस की शुभकामनाएं देने के साथ कई संकल्प भी दिलाएं। उन्होंने कहा कि आज 15 अगस्त को देश के लिए कुछ करने का संकल्प लेने का दिन है। अगर आप 12 घंटे काम करेंगे, तो मैं 13 घंटे करूंगा। आप 14 घंटे काम करेंगे तो मैं 15 घंटे करूंगा क्योंकि मैं आपका प्रधानमंत्री नहीं प्रधान सेवक हूं। 

लाल किले के प्रांगण में 10 हजार लोगों को संबोधित करते मोदी ने कई अहम घोषणाएं की, तो एक मौका ऐसा भी आया कि उन्होंने यूपीए सरकार पर तंज भी कसा। इसके अलावा योजना आयोग को समाप्त करने, आदर्श ग्राम योजना और जन-धन योजना की घोषणाओं के साथ मोदी ने सफाई, सुरक्षा और सांप्रदायिकता पर भी बात की। उन्होंने 'मेड इन इंडिया' की तर्ज पर 'कम मेक इन इंडिया' का नया नारा भी दिया। आइए, जानें वे खास बातें जो मोदी ने भाषण में कही। 


पहले से लिखा नहीं था पीएम का भाषण


पीएम नरेंद्र मोदी ऐतिहासिक लालकिले की प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस पर अपना पहला भाषण दिया, जो परंपराओं से हटते हुए पहले से लिखा हुआ नहीं था। एक और दिलचस्प बात यह है कि पीएम मोदी के भाषण के दौरान अगर बारिश होती है, तो भी वे छाता नहीं लगवाएंगे।


''कम मेक एंड मेड इन इंडिया''


मोदी ने स्किल डेवलेपमेंट के अपने चुनावी वादे को एक बार फिर दोहराया। उन्होंने विदेशी उत्पादकों और उद्योगपतियों को भारत में आमंत्रित करते हुए कहा कि ''आइए, भारत में निर्माण कीजिए। हमारे पास टैलेंट है, अनुशासन है। हम विश्व को आमंत्रित करना चाहते हैं। कम मेक इन इंडिया। मैं उद्योग क्षेत्र, छात्रों से कहता हूं कि हमारा सपना होना चाहिए कि दुनिया के हर कोने में यह बात पहुंचनी चाहिए, मेड इन इंडिया।'' मोदी ने कहा है कि ''दुनिया भर के उद्योगपति जहां चाहें अपना सामान बेचें, लेकिन हम उन्हें आमंत्रित करते हैं, कि भारत आए और यहां अपना निर्माण करें।''

'असली' लाल किले से पीएम मोदी- पढ़िए मोदी के भाषण की मुख्य अंश  

पिछली सरकार पर तंज-
मोदी ने खुद को आउटसाइडर बताते हुए कहा कि ''एक सरकार के अंदर दर्जनों सरकारें चल 


रही हैं। बिखराव से देश आगे नहीं बढ़ सकता, इसलिए मैंने देश की ऐसी दीवारों को गिराने की 

कोशिश की है। मैं दिल्ली के लिए आउटसाइडर हूं। मैं दिल्ली की दुनिया का नहीं हूं। यहां की 

एलीट क्लास से अछूता रहा। लेकिन एक बाहर के व्यक्ति ने, एक आउटसाइडर ने दिल्ली 

आकर के एक इनसाइडर व्यू लिया। यह मंच राजनीति का नहीं, राष्ट्रनीति का है। मेरी बात 

को राजनीति के रूप में लिया जाए। मैंने जब दिल्ली आकर के एक इनसाइडर व्यू किया, तो 

चौंक गया। मुझे लगा कि एक सरकार में कई सरकारें चल रही हैं। मुझे बिखराव नजर आया। 

जैसे सभी की जागीरें हैं। एक डिपार्टमेंट दूसरे से लड़ रहा है। यह बिखराव, यह टकराव, एक ही 

देश के लोग। इसलिए मैंने कोशिश प्रारंभ की है, उन दीवारों को गिराने की। सरकार असेंबल्ड 

यूनिट नहीं, ऑर्गेनिक यूनिट बने। हमने सरकार की एक गति, एक मति बनाने की कोशिश 

की।''

योजना आयोग खत्म करने का ऐलान-


पीएम मोदी ने इस मौके पर योजना आयोग को समाप्त करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि योजना आयोग की जगह नई संस्था बनेगी। इसके लिए PPP से केंद्र और राज्य की नई टीम बनेगी। 

सांप्रदायिक हिंसा से किसी को कुछ नहीं मिला


सत्ता में आने के बाद से ही मोदी सरकार सांप्रदायिक हिंसा से दो-चार हो रही थी। संसद में भी बजट सत्र के आखिरी दिनों में सांप्रदायिक हिंसा पर आरोप-प्रत्यारोप हुए। स्वतंत्रता दिवस पर मोदी ने कहा कि ''हम लंबे समय से सांप्रदायिक हिंसा झेल रहे हैं। देश का विभाजन हो गया। किसी को कुछ नहीं मिला। भारत मां के अंगों पर दाग के सिवा कुछ नहीं मिला। सांप्रदायिकता, जातिवाद, ऊंच-नीच से देश का विकास रुकता है। भटके हुए नौजवानों से कहना चाहता हूं हिंसा से कुछ नहीं मिलता। खून बहाने से धरती लाल होगी और कुछ नहीं मिलेगा। हिंसा देख सम्राट अशोक ने अहिंसा की राह अपनाई। हिंसा की राह छोड़ भाइचारे का रास्ता अपनाएं। 10 साल तक ऐसा करके देखो। देश को आगे ले जाने का संकल्प लें। मुझे विश्वास है कि हम ऐसा कर सकते हैं।''  

पढ़ें 'असली' लाल किले से पीएम मोदी के भाषण की प्रमुख 11 बातें

बेटियों से ही नहीं, बेटों से पूछिए-कहां जा रहे हैं



बलात्कार के बढ़ते मामलों पर गंभीरता दिखाते हुए मोदी ने बेहद गंभीर बात की। उन्होंने 

मौजूदा भारतीय परिवारों को उनके कर्तव्यों की याद भी दिलाई। उन्होंने कहा कि ''आज हम 

जब बलात्कार की घटनाएं सुनते हैं, तो हमारा माथा ठनक जाता है। हर कोई अपने-अपने तर्क 

देते हैं। मैं आज इस मंच से हर मां-बाप से पूछना चाहता हूं जब लड़की 10 साल की होती है तो 

मां-बाप पूछते हैं कहां जा रही हो? वे चिंतित रहते हैं। जबकि रेप करने वाले लड़कों के मां-बाप 

को अपने बेटे से पूछना चाहिए। हिंसा के रास्ते पर जाने वाले नौजवानों से पूछना चाहता हूं कि 

भारत मां ने आपको कुछ दिया होगा। आपके कंधे पर बंदूक होगी तो धरती को लाल कर 

सकते हो। अगर आपके कंधे पर हल होगा तो धरती पर हरियाली फैलेगी।'' 

बेटियों के लिए तालियां बजाइए-


मोदी ने भाषण में बेटियों की जिक्र एक बार और किया। उन्होंने लिंगानुपात की चर्चा करते 

हुए उन्होंने कहा, ''भाइयों, बहनों आज सेक्स रेश्यो की क्या स्थिति है? मैं उन डॉक्टरों से 

अपील करता हूं कि पैसे के लिए किसी मां के गर्भ में पल रही बच्ची को मारें। मां-बाप से 

कहना चाहता हूं कि बेटी को गर्भ में मारो। बेटी अपने सपनों को बलि चढ़ाती है, शादी नहीं 

करती। मां-बाप की सेवा करती है। यह असमानता, मां के गर्भ में बेटियों की हत्या, इससे हमें 

मुक्ति लेनी होगी। राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के खिलाड़ियों में 29 बेटियां हैं, जिन्होंने मेडल 

जीते हैं। उन बेटियों के लिए ताली बजाइए। भारत की आन बान और शान में बेटियों का 

योगदान है। समाज जीवन में जो बुराइयां आईं हैं, उन्हें दूर करना होगा।'' 

'असली' लाल किले से पीएम मोदी- पढ़िए मोदी के भाषण की मुख्य अंश

गरीब परिवारों के लिए जन धन योजना-


मोदी ने इस मौके पर जन-धन योजना और गरीब परिवारों के लिए बीमा योजना की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि ''मैं प्रधानमंत्री जन धन योजना की घोषणा करता हूं। इसके तहत बैंक खाते खुलवाए जाएंगे। इस योजना के तहत जो अकाउंट खुलेगा, उसे डेबिट कार्ड दिया जाएगा। हर गरीब परिवार को एक लाख रुपए का बीमा सुनिश्चित किया जाएगा।'' 

11 अक्टूबर को आदर्श ग्राम योजना का मसौदा-


संसद आदर्श ग्राम योजना की घोषणा करता हूं। हर सांसद अपने क्षेत्र में 3-5 हजार की 

जनसंख्या वाले ग्राम की पहचान करे। 2016 तक एक गांव को आदर्श बनाएं। 2016 के बाद 

2019 तक और दो गांवों को आदर्श बनाएं। 2019 के बाद 5 आदर्श गांव का विकास आदर्श 

गांव की तर्ज पर करें। शहरी इलाकों के सांसद और राज्यसभा के सांसद भी गांवों का चुनाव 

करें। 11 अक्टूबर को जय प्रकाश नारायण की जयंति पर संसद आदर्श ग्राम योजना की ब्लू 

प्रिंट रखूंगा। सभी विधायक भी एक आदर्श गांव बनाएं।


सफाई गांधी जी को भी पसंद थी-


मोदी ने अपने सफाई अभियान का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि '' सरकार में आकर पहला काम सफाई का किया। सफाई करने का संकल्प करें देशवासी। महात्मा गांधी को सबसे प्रिय थी सफाई। गांधी जी की 150वीं जयंती पर सफाई का संकल्प। सभी स्कूलों में टॉयलेट बनाने का संकल्प लें।''

'असली' लाल किले से पीएम मोदी- पढ़िए मोदी के भाषण की मुख्य अंश

डिजिटल इंडिया बनाने का संकल्प


मोदी ने इस मौके पर डिजिटल इंडिया बनाने का संकल्प भी लिया। उन्होंने कहा कि ''डिजिटल इंडिया हमारा सपना है।मोबाइल से गवर्नेंस की सुविधा दिलानी है, यानी मोबाइल पर ही समस्या का समाधान हो। इलेक्ट्रॉनिक सामान को लेकर स्वनिर्भर बनें। पहले रेल अब आईटी देश के जन-जन को जोड़ती है।'' प्रधानमंत्री ने नौजवानों को भी संबोधित करते हुए कहा कि पूरे विश्व में नौजवानों ने हमारी पहचान बदल दी है। उन्होंने कहा कि मैं नौजवानों से कहना चाहता हूं कि स्किल डेवलपमेंट हमारा मिशन है। आपके रहते हमें दुनिया से छोटी-छोटी चीजें आयात करनी पड़ती हैं। नौजवानों को सोचना चाहिए कि हम जो चीज आयात करते हैं, उनमें से एक चीज ही बनाऊंगा, ताकि हमारे देश को आयात करना पड़े।'' 

भाषण की अन्य प्रमुख बातें


- इस देश में सरकारी अफसर समय से दफ्तर जाएं, तो क्या यह कोई न्यूज होती है? इससे पता चलता है कि सरकारें कैसे चली हैं?
- एक मति और एक नीति से देश चलना चाहिए।
- जनता की आकांक्षाओं की पूर्ति हमारी प्राथमिकता। 
- शासन को और धारदार बनाएंगे।
- सरकार का काम राष्ट्रहित और लोकहित में।
- विकास और सुशासन को अपनाना होगा



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