Tuesday, 5 August 2014

मुस्लिम अपने हथियार गोला-बारूद .... मस्जिदों में क्यों छुपाते हैं ....????

Photo: ‎क्या आप जानते हैं कि...... मुस्लिम अपने हथियार और जिहाद के गोला-बारूद .... मस्जिदों में क्यों छुपाते हैं ....????

साथ ही क्या आप जानते हैं कि.... लगभग हर दंगे की शुरुआत .... शुक्रवार और मस्जिद से ही क्यों होती है....?????

हालाँकि.... कुछ उदार और नासमझ लोगों का यह तर्क होगा कि....... चूँकि मुस्लिमों में असुरक्षा की भावना होती है.... इसीलिए वे ऐसा करते हैं....!

यह ठीक तरह हास्यास्पद है.... जैसे कि कोई यह कह दे कि.... आउल बाबा में देश चलाने की काबिलियत आ गयी है....!

क्योंकि... आतंक फ़ैलाने के लिए मस्जिदों का उपयोग किसी असुरक्षा की भावना से नहीं की जाती है....

इसका प्रत्यक्ष प्रमाण के लिए.... आपको कश्मीर के ... चरारे शरीफ और पाकिस्तान के लाल-मस्जिद वाली घटनाएं जरुर याद होगी.....!

दरअसल..... विश्व में जितने भी धर्म हैं........ सभी के अपने अपने उपासना स्थल हैं......जिनमे... प्रार्थना ,उपासना करने और धार्मिक प्रवचन और उपदेश देने के कार्य किये जाते हैं ....!

और , ऐसा करना भी चाहिए .... क्योंकि, ऐसे स्थलों का इन्हीं कामों के लिए बनाया जाता है .

परन्तु.... दुर्भाग्य से .... यह बात इस्लाम के ऊपर लागू नहीं होती ....... क्योंकि, इतिहास साक्षी है कि.... मुसलमानों ने जितनी मस्जिदें बनवाई हैं...... उन में से अधिकांश दूसरे धर्म के लोगों के उपासना स्थलों को ध्वस्त करके उसी जगह बनायीं हैं....जहाँ दूसरों के उपासना स्थल थे ....!

इस से भी भयानक यह है कि..... इस्लाम में मस्जिदें........ इबादत करने और शांति का सन्देश देने की जगह ......... फसाद , रक्तपात, घात लगाने और जेहाद की तैयारी करने के लिए बनायी जाती है ...

और.. इस बात की इजाजत मुस्लिमों को ... खुद उनका कुरान देता है.....
प्रमाण के लिए..... आप खुद ही कुरान कि वो संबंधित आयतें पढ़ कर अपना सामान्य ज्ञान बढ़ाएं....

"रब ने फरिश्तों से कहा कि ......मैं धरती में एक खलीफा (आदम ) बनाने वाला हूँ .....फरिश्तों ने कहा..... तू उसके लिए ऐसी जगह बनाएगा जहाँ .. वह षडयंत्र करेके बिगाड़ पैदा करेगा और रक्तपात करेगा....... "सूरा -अल बकरा 2 :30

"وَاِذْ قَالَ رَبُّكَ لِلَْمَلَئِكَةِ اِنِّي جَاعِلٌ فِي الْارْضِ خَلِيفَةً قَالُوا اتَجْعَلُ فِيهَا مَنْ يُفْسِدُ فِيهَا وَيَسْفِكُ الدِّمَاءَ وَنَحْنُ نُسَبِّحُ بِحَمْدِكَ وَنُقَدِّسُ لَكَ قَالَ اِنِّي اعْلَمُ مَا لَا تَعْلَمُونَ.........Sura Bkra -2:30

इसलिए...... मुस्लिम कुरान के आदेश का पालन करते हुए ..... मस्जिदों का उपयोग इबादत के लिए कम.........बल्कि दंगा फ़ैलाने ,साजिश रचने और खूनखराबे के लिए अधिक करते हैं...

और यही कारण है कि ......मुस्लिम आतंकवादी बम विस्फोट की योजनायें मस्जिदों में ही बनाते हैं

सिर्फ इतना ही नहीं.. बल्कि..... यदि आप भारत के किसी भी शहर के मस्जिद को ध्यान से देखेंगे तो पायेंगे कि ..... जो मस्जिदें बन रही हैं .....उनके साथ पचासों कमरे .....तहखाने , और भूमिगत सुरंगे भी बनायीं जाती हैं.......जहाँ आतंकी महीनों तक रह सकते हैं . ...!

यहाँ तक कि.... मस्जिदों के निर्माण के समय ही .... उस इस ढंग से बनाया जाता है कि..... समय आने पर.... उसके कोटरों में से मोर्चा बना कर पुलिस एवं सेना से आसानी से लड़ा जा सके....! ( फोटो संलग्न )

असल में .........आतंकवदियों ने यह तरकीब ......खुद कुरान से सीखी है ,
क्योंकि कुरान ने साफ-साफ कहा है कि .......

"और लोगों ने मस्जिद बनाई........ताकि लोगों को हानि पहुँचाये........और, लोगों में फूट डालें...... और लोगों के लिए घात लगाने का स्थान बनायें ".........सूरा -अत तौबा 9 :107

इन्ही कारणों की वजह से..... अमेरिका की ख़ुफ़िया एजेंसी और अंततः वहां की विदेशमंत्री तक को यह कहना पड़ा कि..... मस्जिद ... इस्लामी आतंकवाद का अड्डा एवं उसकी केन्द्रविंदु है...!

इसीलिए.... मस्जिद को मुस्लिमों का उपासना स्थल मानने कि भूल हरगिज भी ना करें.....

पहले भी मस्जिदों से .... अन्य धर्मों के लोगों पर हमला किया जाता था...... अभी गोधरा , मुजफ्फरनगर और सहारनपुर के दंगे में भी किया गया .... और, भविष्य में भी ऐसा ही होता रहेगा....!

क्योंकि.... मस्जिदों में हथियार छुपाना .... और, वहां से हमला करना ... कुरान के हिसाब से.....पूरी तरह जायज है.... और, एक धार्मिक कृत्य है....!

यही फर्क है.... मुस्लिमों और हम हिन्दुओं में.....

जहाँ.... मंदिरों में भक्ति-भाव के भजन गाए जाते हैं.... और, धन संचय किया जाता है....... वहीँ मस्जिदों में.... गोला-बारूद और हथियार छुपा कर साजिशें रची जाती है.....!

जय महाकाल...!!!

नोट: यह लेख किसी की धार्मिक भावना को आहत करने के उद्देश्य से नहीं.... बल्कि, सामाजिक जागरूकता फ़ैलाने के उद्देश्य से लिखी गयी है....!!‎

क्या आप जानते हैं कि...... मुस्लिम अपने हथियार और जिहाद के गोला-बारूद .... मस्जिदों में क्यों छुपाते हैं ....????

साथ ही क्या आप जानते हैं कि.... लगभग हर दंगे की शुरुआत .... शुक्रवार और मस्जिद से ही क्यों होती है....?????

हालाँकि.... कुछ उदार और नासमझ लोगों का यह तर्क होगा कि....... चूँकि मुस्लिमों में असुरक्षा की भावना होती है.... इसीलिए वे ऐसा करते हैं....!

यह ठीक तरह हास्यास्पद है.... जैसे कि कोई यह कह दे कि.... आउल बाबा में देश चलाने की काबिलियत गयी है....!

क्योंकि... आतंक फ़ैलाने के लिए मस्जिदों का उपयोग किसी असुरक्षा की भावना से नहीं की जाती है....

इसका प्रत्यक्ष प्रमाण के लिए.... आपको कश्मीर के ... चरारे शरीफ और पाकिस्तान के लाल-मस्जिद वाली घटनाएं जरुर याद होगी.....!

दरअसल..... विश्व में जितने भी धर्म हैं........ सभी के अपने अपने उपासना स्थल हैं......जिनमे... प्रार्थना ,उपासना करने और धार्मिक प्रवचन और उपदेश देने के कार्य किये जाते हैं ....!

और , ऐसा करना भी चाहिए .... क्योंकि, ऐसे स्थलों का इन्हीं कामों के लिए बनाया जाता है .

परन्तु.... दुर्भाग्य से .... यह बात इस्लाम के ऊपर लागू नहीं होती ....... क्योंकि, इतिहास साक्षी है कि.... मुसलमानों ने जितनी मस्जिदें बनवाई हैं...... उन में से अधिकांश दूसरे धर्म के लोगों के उपासना स्थलों को ध्वस्त करके उसी जगह बनायीं हैं....जहाँ दूसरों के उपासना स्थल थे ....!

इस से भी भयानक यह है कि..... इस्लाम में मस्जिदें........ इबादत करने और शांति का सन्देश देने की जगह ......... फसाद , रक्तपात, घात लगाने और जेहाद की तैयारी करने के लिए बनायी जाती है ...

और.. इस बात की इजाजत मुस्लिमों को ... खुद उनका कुरान देता है.....
प्रमाण के लिए..... आप खुद ही कुरान कि वो संबंधित आयतें पढ़ कर अपना सामान्य ज्ञान बढ़ाएं....

"रब ने फरिश्तों से कहा कि ......मैं धरती में एक खलीफा (आदम ) बनाने वाला हूँ .....फरिश्तों ने कहा..... तू उसके लिए ऐसी जगह बनाएगा जहाँ .. वह षडयंत्र करेके बिगाड़ पैदा करेगा और रक्तपात करेगा....... "सूरा -अल बकरा 2 :30

"وَاِذْ قَالَ رَبُّكَ لِلَْمَلَئِكَةِ اِنِّي جَاعِلٌ فِي الْارْضِ خَلِيفَةً قَالُوا اتَجْعَلُ فِيهَا مَنْ يُفْسِدُ فِيهَا وَيَسْفِكُ الدِّمَاءَ وَنَحْنُ نُسَبِّحُ بِحَمْدِكَ وَنُقَدِّسُ لَكَ قَالَ اِنِّي اعْلَمُ مَا لَا تَعْلَمُونَ.........Sura Bkra -2:30

इसलिए...... मुस्लिम कुरान के आदेश का पालन करते हुए ..... मस्जिदों का उपयोग इबादत के लिए कम.........बल्कि दंगा फ़ैलाने ,साजिश रचने और खूनखराबे के लिए अधिक करते हैं...

और यही कारण है कि ......मुस्लिम आतंकवादी बम विस्फोट की योजनायें मस्जिदों में ही बनाते हैं

सिर्फ इतना ही नहीं.. बल्कि..... यदि आप भारत के किसी भी शहर के मस्जिद को ध्यान से देखेंगे तो पायेंगे कि ..... जो मस्जिदें बन रही हैं .....उनके साथ पचासों कमरे .....तहखाने , और भूमिगत सुरंगे भी बनायीं जाती हैं.......जहाँ आतंकी महीनों तक रह सकते हैं . ...!

यहाँ तक कि.... मस्जिदों के निर्माण के समय ही .... उस इस ढंग से बनाया जाता है कि..... समय आने पर.... उसके कोटरों में से मोर्चा बना कर पुलिस एवं सेना से आसानी से लड़ा जा सके....! ( फोटो संलग्न )

असल में .........आतंकवदियों ने यह तरकीब ......खुद कुरान से सीखी है ,
क्योंकि कुरान ने साफ-साफ कहा है कि .......

"और लोगों ने मस्जिद बनाई........ताकि लोगों को हानि पहुँचाये........और, लोगों में फूट डालें...... और लोगों के लिए घात लगाने का स्थान बनायें ".........सूरा -अत तौबा 9 :107

इन्ही कारणों की वजह से..... अमेरिका की ख़ुफ़िया एजेंसी और अंततः वहां की विदेशमंत्री तक को यह कहना पड़ा कि..... मस्जिद ... इस्लामी आतंकवाद का अड्डा एवं उसकी केन्द्रविंदु है...!

इसीलिए.... मस्जिद को मुस्लिमों का उपासना स्थल मानने कि भूल हरगिज भी ना करें.....

पहले भी मस्जिदों से .... अन्य धर्मों के लोगों पर हमला किया जाता था...... अभी गोधरा , मुजफ्फरनगर और सहारनपुर के दंगे में भी किया गया .... और, भविष्य में भी ऐसा ही होता रहेगा....!

क्योंकि.... मस्जिदों में हथियार छुपाना .... और, वहां से हमला करना ... कुरान के हिसाब से.....पूरी तरह जायज है.... और, एक धार्मिक कृत्य है....!

यही फर्क है.... मुस्लिमों और हम हिन्दुओं में.....

जहाँ.... मंदिरों में भक्ति-भाव के भजन गाए जाते हैं.... और, धन संचय किया जाता है....... वहीँ मस्जिदों में.... गोला-बारूद और हथियार छुपा कर साजिशें रची जाती है.....!

जय महाकाल...!!!


नोट: यह लेख किसी की धार्मिक भावना को आहत करने के उद्देश्य से नहीं.... बल्कि, सामाजिक जागरूकता फ़ैलाने के उद्देश्य से लिखी गयी है....!!

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