देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की 139 वीं जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में समर्पित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भी पटेल के बिन अधूरे थे।
मोदी ने लौह पुरुष सरदार पटेल के योगदान को याद करते हुए कहा कि जिस तरह स्वामी विवेकानंद के बिना रामकृष्ण परमहंस अधूरे हैं उसी तरह सरदार पटेल के बिना महात्मा गांधी भी अधूरे लगते हैं। हालांकि सरकार ने पटेल की जयंती का भव्य आयोजन तो किया लेकिन आज के ही दिन मारी गईं पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर मोदी इंदिरा मेमोरियल नहीं गए।
शुक्रवार को विजय चौक पर ‘रन फॉर यूनिटी’ को झंडा दिखाकर रवाना करने के बाद कुछ दूर तक हजारों लोगों के साथ पीएम भी इस दौड़ में शामिल हुए। एकता दिवस समारोह में मोदी ने 1984 में आज ही के दिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए सिख विरोधी दंगों का भी जिक्र किया।
मोदी ने कहा कि सरदार पटेल ने अपना पूरा जीवन देश की एकता के लिए समर्पित कर दिया। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि 30 साल पहले उनकी जयंती पर हमारे अपने लोग मारे गए। इस घटना ने देश की एकता को हिला कर रख दिया।
मोदी नहीं गए इंदिरा मेमोरियल
मोदी ने कहा कि तमाम दिक्कतों के बावजूद पटेल राष्ट्रीय
एकता की अपनी सोच पर कायम रहे। भले ही मोदी इंदिरा मेमोरियल नहीं गए लेकिन उन्होंने
देश की पहली महिला पीएम को याद करते हुए कहा कि आज पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी
की पुण्यतिथि भी है।
मोदी ने कहा कि इतिहास और विरासत को विचारधारा के संकीर्ण
दायरे में नहीं बांटना चाहिए और इस बात को याद रखना चाहिए कि जो देश अपने इतिहास का
सम्मान नहीं करता, वह इसका सृजन भी नहीं कर सकता। स्वतंत्रता आंदोलन और देश की एकता
में सरदार पटेल के योगदान को याद करते हुए मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी ने ऐतिहासिक
दांडी यात्रा की योजना बनाने की जिम्मेदारी पटेल को सौंपी थी जिसे उन्होंने कामयाबी
के साथ पूरा किया।
मोदी ने सरदार पटेल की तुलना चाणक्य से करते हुए कहा
कि जिस तरह सदियों पहले चाणक्य ने राजे-रजवाड़ों को एक करने का काम किया था उसी तरह
सरदार पटेल ने आजादी के बाद देश को एकता के सूत्र में पिरोने का काम किया। सरदार पटेल
की याद में आयोजित समारोह में केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू, सुषमा स्वराज और अरुण
जेटली की मौजूदगी में मोदी ने देशवासियों को एकता की शपथ दिलाई।
इसके अलावा ‘रन फॉर यूनिटी’ में सुशील कुमार, वीरेंद्र
सहवाग, विजेंद्र सिंह और गौतम गंभीर जैसे खिलाड़ियों ने भी हिस्सा लिया।
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