बीवी अधिक खर्च करती हैं तो ये 5 उपाय करेंगे आपकी मदद
कहते हैं पुरुष मंगल से हैं और महिलाएं शुक्र
से। यानी पुरुषों और महिलाओं के व्यक्तित्व पूरी तरह अलग-अलग हैं। यह बात तब भी
साबित होती है जब बात शॉपिंग की आती है।
औरतों के लिए जितना मनोरंजक है शॉपिंग का काम, पुरुषों के लिए यह किसी डरावने सपने
से कम नहीं है। ऐसे में शादीशुदा जिंदगी में अधिक शॉपिंग करने की आदत अक्सर होने
वाली नोक-झोक की वजह हो सकती है।
ऐसे में ये पांच उपाय उन पुरुषों के लिए मददगार साबित हो सकते हैं जो अपनी बीवी की
अधिक शॉपिंग करने की आदत से अक्सर परेशान रहते हैं।
शादी के बाद आपको आपकी पत्नी के साथ शॉपिंग पर न
जाना पड़े ऐसा तो संभव नहीं है लेकिन शॉपिंग से पहले बरती गई समझदारी आपके लिए
फायदे का सौदा हो सकती है।
दोस्तों के साथ बाहर जाने का प्लान हो या अगले हफ्ते होने वाली क्रिकेट सीरीज, एक
शॉपिंग के बदले आप अपने ऐसी छोटी ख्वाहिश तो मनवा ही सकते हैं।
ऐसे में आपकी बीवी का शॉपिंग का कुछ जोश तो कम होगा ही, साथ ही आपको भी शॉपिंग के
बदले अपने दूसरे शौक पूरे करने का मौका भी मिल जाएगा।
आप किसी खास वजह से पैसे जमा कर रहे हैं जिसमें
आपकी पत्नी की भी रुचि हो, यह जानकारी आप समय-समय पर अपने साथी को देते रहें।
मसलन, इस बार छुट्टियों पर आपकी बड़ी प्लानिंग को उनसे बांटिए जिससे शॉपिंग के
बदले डिनर या मूवी पर ही समझौता हो सके।
इसके अलावा, कोशिश करें कि आपकी बीवी कार्ड का इस्तेमाल करने के बजाय कैश में ही
खर्च करें जिससे उन्हें एहसास रहे कि वह जो चीज ले रही हैं उसकी कीमत क्या हो सकती
है और वे कहां ओवर बजट हो रही हैं।
माना कि शॉपिंग आपको बोरियत भरा काम लगता है
लेकिन बात जब बजट के डगमगाने की हो तो शॉपिंग के दौरान आपका घुसना भी जरूरी है।
आप उनके साथ शॉपिंग पर खुद भी जाएं कभी-कभी। इससे न सिर्फ आपके साथ होने का एहसास
उनके साथ होगा बल्कि जहां उनके कदम फिसलेंगे, आप वहीं ब्रेक लगा सकेंगे।
इसके साथ-साथ आप उनके साथ थोड़ा समय अकेले में भी बिता ही लेंगे। साथ ही, आपका
दिया मशवरा आपकी पत्नी के लिए खास भी होगा और आप दोनों का समय भी बचाएगा।
शॉपिंग से बेहतर विकल्प भी हो सकते हैं, यह
एहसास आप अपनी पत्नी को दिला सकते हैं। मसलन, वीकेंड पर शॉपिंग के बजाय कोई
रोमांटिक डेट हो तो न केवल आपकी श्रीमती खुश होंगी बल्कि शॉपिंग का ख्याल दूर-दूर
तक उनके पास नहीं फटकेगा।
इसी तरह, उनके किसी दूसरे शौक से संबंधित गतिविधि जैसे फिल्म देखना या उनके
दोस्तों को बुलाना भी बेहतर विकल्प हो सकते हैं, शॉपिंग की संभावना कम करने के
लिए। एक बार ट्राइ तो करके देखें।
हर रात के बाद सुबह होती है। अगर आप लाख कोशिश के
बाद भी उनका शॉपिंग का इरादा टाल नहीं पा रहे हैं तो इसके सकारात्मक पहलू ही सोचना
शुरू कर दें।
हफ्ते में अगर कुछ घंटे शॉपिंग के लिए आप अपनी पत्नी को समय दे देते हैं तो इससे उनको जो खुशी मिलेगी वह आपके दिल को ठंडक पहुंचाएगी।
शॉपिंग के दौरान, न
केवल आपका चलना-फिरना हो जाएगा बल्कि आपमें धैर्य भी बढ़ेगा।
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