दो मिनट में झट से तैयार हो जाने वाले इंस्टैंट
नूडल्स न केवल बच्चों से लेकर बड़ों तक को भाते हैं बल्कि बनाने में भी आसान हैं।
इस खासियत के चलते अगर आप भी इंस्टैंट नूडल्स अधिक खाते हैं तो यह आपकी सेहत से
जुड़ा बड़ा खतरा हो सकता है।
वुमेन्स हेल्थ पर प्रकाशित शोध की मानें तो इंस्टैंट नूडल्स
का अधिक सेवन हमें सेहत से जुड़े कई गंभीर रोगों के निशाने पर हो सकते हैं।
द जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में प्रकाशित शोध में दो मिनट में तैयार होने वाले नूडल्स,
को उनकी इसी खासियत के कारण दिल के दौरे, डायबिटीज और स्ट्रोक जैसी समस्याओं की
वजह हो सकता है।
शोधकर्ताओं ने इंस्टैंट नूडल्स खाने से कार्डियोमेटाबॉलिक सिंड्रोम नामक स्थिति का
संबंध माना है जिसमें कार्डियो यानी हृदय संबंधी और मेटाबॉलिज्म संबंधी समस्याओं
का रिस्क है।
बेलर विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने अनपे
अध्ययन के आधार पर यह दावा किया है कि जो महिलाएं हफ्ते में दो बार भी इंस्टैंट
नूडल्स खाती हैं, उन्हें मेटाबॉलिक रोगों का रिस्क 68 प्रतिशत अधिक होता है।
दूसरी ओर जो महिलाएं हफ्ते में एक बार नूडल्स खाती हैं उन्हें यह रिस्क 26 प्रतिशत
अधिक होता है। हालांकि नूडल्स के सेवन से पुरुषों में इस समस्या से संबंधित प्रमाण
अब तक नहीं मिल सका है।
शोधकर्ताओं ने 2007 से लेकर 2009 के बीच महिलाओं द्वारा इंस्टैंट नूडल्स के सेवन
की मात्रा और उनकी सेहत से संबंधित आंकड़ों के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला है।
इंस्टैंट नूडल्स के नुकसान की बात करें तो शोध में
इसके एक नहीं बल्कि कई नुकसानों की जानकारी दी गई है।
शोधकर्ताओं के अनुसार, इनमें कैलोरी, रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट्स, सैचुरेटेड फैट्स और सोडियम की अधिकता होती है जो सेहत के लिए काफी नुकसानदायक है, खासतौर पर महिलाओं के लिए।
इनके सेवन से न केवल मधुमेह, दिल के दौरे या स्ट्रोक का अधिक रिस्क है बल्कि यह महिलाओं के हार्मोनल बदलाव को भी प्रभावित कर सकते हैं। इनकी पैकेजिंग में इस्तेमाल होने वाला केमिकल - बाइस्फेनॉल ए (बीपीए) महिलाओं के शरीर में हार्मोनल असंतुलन से लेकर कैंसर तक का कारण हो सकता है।
शोधकर्ताओं ने यह भी माना कि कितनी मात्रा में इंस्टैंट नूडल्स का सेवन कर सकते हैं, इसपर कोई मानक तय नहीं है जिससे लोगों को यह पता नहीं चल पाता कि उन्हें कितनी मात्रा में नूडल्स का सेवन करना चाहिए।
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