लक्ष्मी कृपा के लिए दीपावली पर कर सकते हैं रावण संहिता के ये उपाय
रावण को एक असुर के रूप में जाना जाता है, लेकिन वह सभी शास्त्रों का जानकार और प्रकांड विद्वान भी था। रावण ने ज्योतिष और तंत्र संबंधी ज्ञान के लिए रावण संहिता की रचना भी की थी। रावण संहिता में ज्योतिष से जुड़े रहस्य और बुरे समय को बदलने के लिए किए जाने वाले उपाय बताए गए हैं। ये उपाय बहुत चमत्कारी माने जाते हैं, क्योंकि रावण संहिता में लिखे हुए हैं। जो भी व्यक्ति ये उपाय करता है उसे महालक्ष्मी के साथ ही कुबेर देव की कृपा भी प्राप्त हो सकती है।
दीपावली पर करें ये उपाय
दीपावली की रात में विधि-विधान से महालक्ष्मी का पूजन करें। पूजन के बाद सो जाएं और सुबह जल्दी उठें। नींद से जागने के बाद पलंग से उतरे नहीं, बल्कि यहां दिए गए मंत्र का जप 108 बार करें।
मंत्र: = ऊँ नमो भगवती पद्म पदमावी ऊँ ह्रीं ऊँ ऊँ पूर्वाय दक्षिणाय उत्तराय आष पूरय सर्वजन वश्य कुरु कुरु स्वाहा।
शय्या यानी पलंग पर मंत्र जप करने के बाद सभी दिशाओं में दस-दस बार फूंक मारें। इस उपाय से साधक को महालक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है और धन संबंधी बाधाएं दूर हो सकती हैं।
जानिए रावण संहिता के अनुसार धन संबंधी परेशानियों से मुक्ति पाने के उपाय...
यहां बताए जा रहे सभी उपाय धनतेरस से या दीपावली से प्रारंभ किए जा सकते हैं...
धन प्राप्ति के लिए उपाय
यह उपाय किसी भी शुभ मुहूर्त से या दीपावली से या किसी भी शुभ दिन से प्रारंभ किया जा सकता है। उपाय 21 दिन तक किया जाना चाहिए। हर रोज सुबह जल्दी उठें। इसके बाद नित्यकर्मों से निवृत्त होकर किसी पवित्र नदी या जलाशय के किनारे जाएं या अपने घर में ही किसी शांत एवं एकांत स्थान पर या किसी वट वृक्ष के नीचे चमड़े का आसन बिछाएं। आसन पर बैठकर धन प्राप्ति मंत्र का जप करें।
धन प्राप्ति का मंत्र:
ऊँ ह्रीं श्रीं क्लीं नम: ध्व: ध्व: स्वाहा।
इस मंत्र का जप आपको 21 दिनों तक करना चाहिए। मंत्र जप के लिए रुद्राक्ष की माला का उपयोग करें। 21 दिनों में अधिक से अधिक संख्या में मंत्र जप करें। मंत्र जप की संख्या अपनी श्रद्धा के अनुसार तय की जा सकती है।
जैसे ही यह मंत्र सिद्ध हो जाएगा आपके लिए धन प्राप्ति के योग बन सकते हैं। महालक्ष्मी के साथ ही कुबेर देव भी प्रसन्न हो सकते हैं।
धन के कार्यों में बाधाएं दूर करने का उपाय
यदि किसी व्यक्ति को धन प्राप्त करने में बार-बार रुकावटें आ रही हों तो उसे यह उपाय करना चाहिए।
यह उपाय 40 दिनों तक किया जाना चाहिए। इसे अपने घर पर ही किया जा सकता है। उपाय के अनुसार धन प्राप्ति मंत्र का जप करना है। प्रतिदिन 108 बार।
मंत्र:
ऊँ सरस्वती ईश्वरी भगवती माता क्रां क्लीं, श्रीं श्रीं मम धनं देहि फट् स्वाहा।
इस मंत्र का जप नियमित रूप से करने पर कुछ ही दिनों महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त हो सकती है। लक्ष्मी कृपा के बाद आपके धन में आ रही रुकावटें दूर हो सकती हैं।
महालक्ष्मी की कृपा तुरंत प्राप्त करने के लिए यह उपाय करें...
किसी शुभ मुहूर्त जैसे दीपावली, अक्षय तृतीया, होली आदि की रात यह उपाय किया जाना चाहिए। दीपावली की रात में यह उपाय श्रेष्ठ फल देता है। इस उपाय के अनुसार दीपावली की रात कुमकुम या अष्टगंध से थाली पर यहां दिया गया मंत्र लिखें।
मंत्र:
ऊँ ह्रीं श्रीं क्लीं महालक्ष्मी, महासरस्वती ममगृहे आगच्छ-आगच्छ ह्रीं नम:।
इस मंत्र का जप भी करना चाहिए। किसी साफ एवं स्वच्छ आसन पर बैठकर रुद्राक्ष की माला या कमल गट्टे की माला के साथ मंत्र जप करें। मंत्र जप की संख्या कम से कम 108 होनी चाहिए और इस मंत्र की संख्या अधिक से अधिक आपकी श्रद्धानुसार बढ़ा सकते हैं।
इस उपाय से आपके घर में महालक्ष्मी की कृपा बरस सकती है।
यदि आप देवताओं के कोषाध्यक्ष कुबेर की कृपा पाना चाहते हैं तो यह उपाय करें...
उपाय के अनुसार आपको यहां दिए जा रहे मंत्र का जप तीन माह तक करना है। प्रतिदिन मंत्र का जप केवल 108 बार करें।
मंत्र:
ऊँ यक्षाय कुबेराय वैश्रवाणाय, धन धन्याधिपतये धन धान्य समृद्धि मे देहि दापय स्वाहा।
मंत्र जप करते समय अपने पास धनलक्ष्मी कौड़ी रखें। जब तीन माह हो जाएं तो यह कौड़ी अपनी तिजोरी में या जहां आप पैसा रखते हैं वहां रखें। इस उपाय से कुबेर देव की कृपा प्राप्त हो सकती है।
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