Wednesday, 1 October 2014

पत्रकार की धुलाई


हालाँकि .... आजकल मौसम काफी गर्म एवं उमस भरा है.... लेकिन, ऐसे मौसम में भी भगवान की दया से ..... दिल को ठंडक पहुँचाने वाले समाचार मिलते ही रहते हैं....!

ऐसे ही शुभ समाचारों की श्रेणी में एक प्रमुख समाचार यह भी है कि..... सात समुन्दर पर.... एक मनहूस पत्रकार की जमकर घुलाई हुई है....!

यद्दपि ....

लात-जूता खाना एवं हर जगह अपमानित होना .... हर सेक्यूलर के नसीब में ही लिखा होता है.....

फिर भी... आप यह जानकार हैरान रह जायेंगे कि.....किसी भी सेक्यूलर में ऐसे कुछ ख़ास गुण होते हैं कि.... देशहित में उनकी धुलाई अत्यावशक हो जाती है....चाहे वो... पवार की धुलाई हो अथवा शांतिभूषण या खुजलीवाल की धुलाई...!

जरा आप भी देखें कि.... राजदीप को क्यों धोया गया .... और, साथ ही खुद से ही पूछें कि..... अगर उस NRI की जगह आप होते तो आप क्या करते....????????

1) राजदीप देसाई :- क्या आप मानते हो एक आदमी पुरे देश को बदल सकता है ?

N R I : -अगर एक औरत पुरे देश को लूट सकती है तो एक आदमी देश को क्यों बदल नहीं सकता।

2) राजदीप देसाई :- क्या आपको नहीं लगता वो एक ही कौम के प्राइम मिनिस्टर हैं ?

N R I :- आप कैसी बातें करते हो सर क्या आपने उनकी स्पीच नहीं सुनी ???

वसुधैव कुटुम्कम... सबका साथ सबका विकास ???

3) राजदीप देसाई :- नहीं. . . . अब आपको 2002 के दंगो के बारे में क्या कहना है ?

N R I :- सर आप भारत के सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सम्मान नहीं करते हो ..?????

गोधरा केस में मोदी जी का कोई लेना देना नहीं है

राजदीप देसाई :- "कैमरामेन से - अरे अरे देखो ये कम्यूनल हिन्दू लोगो का इवेंट बन गया है"

राजदीप की इस बात पर.... उस NRI ने गहरी आपत्ति दर्ज करवाई....

जिसपर राजदीप ने.... उस NRI से गाली-गलौज शुरू कर दिया और अंततः.... उसकी परिणीति राजदीप की धुलाई से हुई ...!

अब आप खुद ही सोचें कि...

जहाँ .... हमारे प्रधानमंत्री दिन-रात एक करके ...... हमारे हिंदुस्तान की छवि दुनियाभर में सुधारकर.... दुनिया भर में हिंदुस्तान का परचम लहराने का प्रयास कर रहे हैं ....

और, इसी क्रम में .....

जहाँ देश को इज्जत मिलने जा रही थी....... तथा, भारत का नाम प्रज्वलित होने जा रहा था , एवं , सबकी निगाहें उस इवेंट पर थी ....तब राजदीप द्वारा ऐसी बेहूदी बाते पूछ कर .... देश एवं अपने ही देश के प्रधानमंत्री को अपमानित करने का प्रयास कितना उचित था...?????

इसीलिए.... मेरे हिसाब से तो राजदीप की धुलाई बहुत सही हुआ ......... और, जो काम ... हम भारतवासी इतने दिनों तक नहीं कर पाये..... वो NRI युवाओ ने करके दिखाया....!

यह सब देख कर तो..... अब लगता है कि .........आने वाला समय....... देश की एकता और अखंडता में बाधित...... ""सेक्यूलर तत्वों"".... के लिए बहुत ही बुरा होने वाला है..!


जय महाकाल...!!!


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