दशहरा एवं दीपावली का त्योहार नजदीक है। इस वजह से हर कोई रेलवे टिकट के लिए मशक्कत कर रहा है। ज्यादातर ट्रेनें अभी से हाउसफुल हो चुकी हैं। इस वजह से अब लोग तत्काल की आश लगाए बैठे हैं। रेलवे ने तत्काल में टिकट लेने वालों को थोड़ी राहत दी है।
तत्काल
टिकट लेने की प्रक्रिया में रेलवे ने एक नया नियम लागू कर दिया है। रेलवे ने तत्काल टिकट के नियमों में एक बार फिर बदलाव करते हुए अब बुकिंग कराने वाले व्यक्ति को टिकट के लिए फॉर्म के साथ स्वयं की सत्यापित आईडी की कॉपी लगाना अनिवार्य कर दिया है। टिकट बुकिंग के दौरान सत्यापित कॉपी के हस्ताक्षर का मिलान किया जाएगा। यह व्यवस्था आज से लागू हो गई है।
रेलवे जनसंपर्क विभाग के अनुसार पश्चिम रेलवे मुख्यालय से निर्देश के बाद यह व्यवस्था की गई है, ताकि सही और जरूरतमंद लोगों को सही पहचान के साथ टिकट मिल सके। अब तत्काल का टिकट तभी मिलेगा जब व्यक्ति के पास आवेदन पत्र के साथ पहचान पत्र की फोटोकॉपी स्वयं के सत्यापन के साथ होगी। टिकट बुक करने के दौरान सत्यापित कॉपी के हस्ताक्षर का मिलान किया जाएगा।
रेलवे का कहना है कि इससे तत्काल टिकट उसी व्यक्ति को मिलेगा जो उसका सही हकदार होगा। इस नियम के बाद एजेंटों पर लगाम लगेगी। तत्काल टिकट की पुरानी व्यवस्था में आवेदन पत्र और टोकन लेने के बाद आईडी की कॉपी दिखाना होती थी। इसके बाद टिकट बुक की जाती थी।
एजेंटों
पर लगाम के लिए : तत्काल टिकट आम लोगों को मिलने में काफी परेशानी होती है। वे कई घंटों पहले से ही टिकट काउंटर पर लाइन में लग जाते हैं इसके बाद भी कई बार उन्हें निराशा ही हाथ लगती है। इसकी एक वजह एजेंटों की दखलंदाजी है। इस नियम से रेलवे को उम्मीद है कि एजेंट द्वारा टिकटों की कालाबाजारी में लगाम लगेगी। तत्काल टिकट लेने में सबसे ज्यादा परेशानी यही होती है कि काउंटर के खुलते ही चंद मिनटों में सारी सीट्स बुक हो जाती हैं। इसे देखते हुए रेलवे ने आम लोगों को टिकट आसानी से मिले इस वजह से यह व्यवस्था शुरू की है।
त्योहार
पर होगा सबसे ज्यादा फायदा : दशहरा-दीपावली के लिए ट्रेनें अभी से फुल हो गई हैं। अब त्योहार के सीजन में आम यात्रियों को आसानी से टिकट मिल सके, इसलिए भी यह व्यवस्था शुरू करने का मकसद है।
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