पाकिस्तान की ओर से अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर अंधाधुंध फायरिंग की मुख्य वजह नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर भारतीय सेना की कड़ी कार्रवाई है। पहले 15 सितंबर और फिर 4 अक्तूबर को पाक सेना ने एलओसी के मेंढर सेक्टर में आईइडी ब्लास्ट किया था।
पहले आईइडी ब्लास्ट के बाद ही एलओसी पर भारतीय सेना ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया। इस पर पाकिस्तानी सेना ने अपना रुख आईबी की तरफ मोड़ दिया।
पाकिस्तान की इन करतूतों पर खुफिया एजेंसी इनवेस्टिगेशन ब्यूरो (आईबी) ने सरकार को एक रिपोर्ट सौंपी है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सख्ती की वजह से बहुत कम घुसपैठ हो पाई है।
आतंकवादियों की घुसपैठ के लिए पाकिस्तान कर रहा फायरिंग
पिछले साल (125) के मुकाबले इस साल सिर्फ 35 से
40 घुसपैठ में ही कामयाबी मिल पाई है। इस हालात से बेचैन पाकिस्तान, जम्मू-कश्मीर में
होने वाले चुनाव के मद्देनजर बर्फ जमने से पहले ज्यादा से ज्यादा आतंकवादियों को सीमा
पार कराने पर आमादा है।
रिपोर्ट के मुताबिक यही वजह है कि पाकिस्तान अपनी ताजा कोशिशों के तहत एलओसी पर नाकामयाबी के बाद आईबी पर फायरिंग कर रहा है ताकि इसकी आड़ में घुसपैठियों को पार कराया जा सके।
रिपोर्ट में कहा गया है कि बीएसएफ ने पाकिस्तान की ओर
इतनी तबाही मचाई है कि पाक सेना ने वहां की मीडिया और अखबारों को इसके फुटेज दिखाने
से मना किया है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि आईबी पर फायरिंग कर
गांवों को लक्ष्य बनाने से पब्लिसिटी ज्यादा मिल रही है क्योंकि यहां बीएसएफ के होने
से मीडिया की पहुंच ज्यादा है। जबकि एलओसी पर सेना मीडिया को ज्यादा भीतर तक नहीं आने
देती।
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