Thursday, 9 October 2014

पाक फायरिंग पर मोदी का कड़ा तेवर

पाक को वर्चस्व का मौका नहीं

केंद्र सरकार ने कड़ा रुख कायम रखते हुए फैसला किया है कि पाकिस्तान से तब तक कोई बातचीत नहीं होगी जब तक वह सीमा पर फायरिंग बंद नहीं करता। अब भारत पाकिस्तान के साथ कोई भी बातचीत अपनी शर्तों पर करेगा और कश्मीर को अंतरराष्ट्रीय मुद्दा नहीं बनने देगा।

सीमा पर दोनों ओर से हो रही लगातार फायरिंग की समीक्षा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षा मंत्री अरुण जेटली, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और रक्षा गृहमंत्रालय के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की।

सूत्रों ने बताया कि मोदी ने एनएसए और एजेंसियों के कड़े रुख का समर्थन करते हुए फैसले में जल्दबाजी नहीं करने पर सहमति जताई है।

पीएम ने यह भी कहा है कि बातचीत की सूरत में पाकिस्तान को किसी भी तरह से वर्चस्व का मौका नहीं दिया जाए। हालांकि भारत की कोशिश है कि दो तीन दिनों में सीमा पर हालात सामान्य कर लिए जाएं लेकिन इसके लिए पाकिस्तान को पहले अपनी हरकतों से बाज आना होगा।


कश्मीर पर भारत के रुख से बौखलाया पाक

कश्मीर पर भारत के रुख से बौखलाया पाक

उच्चपदस्थ सूत्रों के मुताबिक बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि पाकिस्तान दरअसल कश्मीर पर भारत के रुख से बौखलाया हुआ है। पीएम को जानकारी दी गई है कि भारत की जवाबी कार्रवाई में 35 पाकिस्तानी नागरिक और सुरक्षा एजेंसी के लोग मारे गए हैं।

बैठक में चर्चा हुई कि भारत ने पाकिस्तान के कश्मीर को अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बनाने की सभी कोशिशों को नाकाम कर दिया है। अमेरिका में संयुक्त राष्ट्र आम सभा में नवाज शरीफ ने कश्मीर का मुद्दा उठाकर अपने रणनीति का पहला पांसा फेंका था लेकिन भारत ने उसे कोई तवज्जो नहीं दी। इसके अलावा पाकिस्तान भारत के जापान, चीन और अमेरिका के साथ प्रगाढ़ होते रिश्तों से भी परेशान है।




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