प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी ने संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बहस का जवाब देते हुए कहा कि
भारत की पहचान 'स्कैम्ड
इंडिया' के रूप में बन गई है, उसे बदल कर 'स्किल्ड
इंडिया' करना है।
पीएम मोदी के भाषण के अहम अंश
-आलोचना जमकर हो
- मुझे
संख्या के बल पर नहीं, सामूहिकता
के बल पर आगे बढ़ना है।
- गुजरात
मॉडल सभी जगह लागू नहीं होता।
- गुजरात
का मॉडल यह है कि देश के किसी हिस्से में अच्छा काम हो तो उसे अपना लेना।
- गुजरात
मॉडल से देश में विकास की प्रतियोगिता शुरू हुई है।
- किसी
भी दल की ओर से यदि हमारी आलोचना होती है तो हम इसे मार्गदर्शन मानेंगे।
- आलोचना
लोकतंत्र की ताकत होती है। मैं चाहता हूं नीतियों की अच्छी तरह से पड़ताल करके
आलोचना की जाए ताकि बेहतरी की दिशा में काम किया जा सके।
पीएम बोले- विकास को जन आंदोलन
बनाना है
- दलितों
और आदिवासियों के जीवन में बदलाव जरूरी है।
- जिस
प्रकार महात्मा गांधी ने सभी कामों को आजादी का आंदोलन बनाया था। हमें उसी
सिद्धांत को अपना है। हमें विकास को सरकारी कार्यक्रम नहीं बल्कि जन आंदोलन बनाना
है। हमें ऐसा आंदोलन खड़ा करना है जब हर आदमी को लगे कि वह अपना काम देश के विकास
के लिए कर रहा है।
महिला सुरक्षा पर बोले पीएम
- महिलाओं
के सम्मान की सुरक्षा करनी होगी।
- हाल
की घटनाएं दिल दहलाने वाली हैं।
- महिलाओं
की सुरक्षा सवा सौ करोड़ लोगों की जिम्मेदारी है।
बलात्कार रोकने के लिए कड़े कदम
उठाने होंगे, देश अब ज्यादा इंतजार नहीं करेगा।
कौशल विकास पर बोले पीएम
- पड़ोसी
देश चीन बूढ़ा हो रहा है लेकिन भारत युवा देश है।
- अभी
भारत की पहचान 'स्कैम इंडिया' बन
गई है, हमें इसे 'स्किल
इंडिया' में बदलना है।
- देश
के युवा हमारी ताकत है। इनके कौशल विकास की दिशा में काम किया जाएगा।
- जिंदगी
का गुजारा करने के लिए हाथ में हुनर होना चाहिए, डिग्री से काम नहीं चलेगा।
- हमें
स्किल डेवलपमेंट पर जोर देना है।
- भारत
में दुनिया को टीचर एक्सपोर्ट करने की ताकत है। एक व्यापारी बाहर जाता है तो वह
डॉलर लाता है लेकिन एक टीचर विदेश जाता है तो पूरी की पूरी पीढ़ी ले आता है।
गांवों का विकास करेंगे
- गांवों
की अर्थव्यवस्था को मजबूत किया जाएगा।
- किसानों
को आधुनिक तकनीकों के सहारे खेती करना सिखाएंगे।
- मिट्टी
के लिए हेल्थ कार्ड बनाए जाएंगे, समय-समय
पर उसकी गुणवत्ता की जांच की जाएगी।
- एग्रो
प्रोडक्ट की खेती को प्रोत्साहन दिया जाएगा।
- परिवार
का विस्तार हो रहा है और जमीन घट रही है, लिहाजा खेती में तकनीक का सहारा लिया जाएगा।
- हमारी
सरकार का मकसद होगा कि कोई गरीब भूखा न सोए।
-कृषि
विश्वविद्यालयों में रिसर्च को बढ़ावा दिया जाएगा।
गरीबों की सुनेगी सरकार
- हमें
जनता की उम्मीदों को पूरा करना है।
- जनता
ने स्थिर सरकार को चुना है।
- सरकार
का पहला दायित्व होता है कि वह गरीबों की सुने और गरीबों के लिए जिए।
- इस
सरकार की पहली प्राथमिकता है कि समाज के आखिरी छोर पर जो आदमी बैठा है उसका कल्याण
हो।
- गरीबी
से लड़ने का सबसे बड़ा साधन होता है शिक्षा हासिल करना और अंधश्रद्धा के भाव से
मुक्ति। लिहाजा सरकार की योजना है कि गरीब को गरीबी से बाहर आने की ताकत दी जाए।
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