अधिकारियों के काम करने की दशा
इस साल
गर्मियों में केंद्रीय मंत्रालयों के दफ्तरों का नजारा बदला हुआ है। हर साल
गर्मियों के दौरान आमतौर पर खाली रहने वाले दफ्तरों में गहमागहमी और कामकाज का
माहौल बना हुआ है।
दरअसल, मोदी राज में अब अफसर दिल्ली की
तेज गर्मी के बावजूद विदेश ही नहीं देश के भीतर भी दौरों पर जाने से कतरा रहे हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से पहले ही मंत्रियों और अधिकारियों को विदेशी दौरों
को लेकर सख्त नियम आ चुके हैं।
यह मोदी सरकार का खौफ ही है कि सरकारी दौरों के नाम पर विदेशी
टूर तो दूर लगभग सभी मंत्रालयों के सचिव और अतिरिक्त सचिव स्तर के अधिकारी अपने
परिवार के साथ छुट्टी पर भी जाने से कतरा रहे हैं।
मोदी के अधिकारी घूम-घूम कर कर रहे निरीक्षण
सूचना और
प्रसारण मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि पहले मंत्रालयों के सचिव और अतिरिक्त
सचिव स्तरीय अधिकारियों की फौज छुट्टी पर चली जाती थी, जिससे जूनियर अधिकारी और कर्मचारियों को लंबी छुट्टी लेने में कोई रोक
टोक या नियंत्रण नहीं होता था।
मगर अब उच्चाधिकारियों के छुट्टी पर नहीं जाने से जूनियर
अधिकारियों की भी छुट्टी लेने की हिम्मत नहीं हो रही। केंद्रीय मंत्री वेंकैया
नायडू, रविशंकर प्रसाद, प्रकाश
जावड़ेकर और जितेंद्र सिंह तो अपने कार्यालय में घूम घूमकर अफसरों के कमरे देख रहे
है कि कौन है और कौन नहीं। इसे लेकर अफसरों में ज्यादा हड़कंप है।
मोदी सरकार में अधिकारियों की सूची तैयार
दफ्तरों में
सफाई का काम भी देखना पड़ रहा है। शहरी विकास मंत्रालय के सचिव सुधीर कृष्ण, सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सचिव बिमल जुलका समेत कई उच्चाधिकारी
रोजाना अपने मंत्रालय के कॉरिडोर में सफाई का निरीक्षण करते दिख रहे हैं।
केंद्रीय विज्ञान एवं तकनीकी राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने तो
अपने मंत्रालय की ओर से बार बार विज्ञान और तकनीकी सम्मेलनों के लिए विदेशी दौरे
पर जाने वाले अधिकारियों की एक सूची तैयार कर ली है। उनके काम पर नजर रखी जा रही
है।
पीएमओ ने विदेशी दौरों को लेकर जारी किए निर्देश
प्रधानमंत्री
कार्यालय (पीएमओ) पहले ही निर्देश दे चुका है कि मंत्रियों और अफसरों को अपने
विदेशी दौरों को लेकर कम से कम दस दिन पहले नोटिस देना पड़ेगा। साथ ही वापस लौटते
ही अपनी यात्रा का ब्योरा देना पड़ेगा।
हालांकि अफसरों को निजी तौर पर छुट्टी लेने पर अधिकारिक पाबंदी
नहीं लगाई गई है मगर जिस तरह से मोदी सरकार में कामकाज को लेकर प्रधानमंत्री से
लेकर मंत्रियों में सक्रियता देखी जा रही है उसको लेकर अफसर इस बार ऑफिस में ही
सक्रिय रहने में भलाई समझ रहे हैं।
सुशासन हो तो लोग भी ईमानदारी से काम करते हैं
मुख्तार अब्बास नकवी, भाजपा उपाध्यक्ष
ने बताया कि हमारी सरकार इकबाल और ईमानदारी से चल रही है। अगर सरकार में सुशासन की
बात होती है तो सरकार में काम कर रहे लोग भी ईमानदारी से काम करने में जुड़ जाते
हैं। ये ईमानदारी ऊपर से लेकर नीचे तक सरकार में दिखनी जरूरी है।
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