Sunday 26 January 2014

कांग्रेस ने बदला हर वो नारा जिसमें 'आम आदमी' शब्‍द का हुआ था इस्‍तेमाल

कांग्रेस ने बदला हर वो नारा जिसमें 'आम आदमी' शब्‍द का हुआ था इस्‍तेमाल


बीजेपी के नारे ‘मैं नहीं, हम’ को चुराने को लेकर निशाने पर आई कांग्रेस स्‍लोगन को लेकर अब हर कदम फूंक-फूंक कर रख रही है। कांग्रेस ने अब अपना हर वो नारा बदल लिया है, जिसमें ‘आम आदमी’ शब्‍द का प्रयोग किया गया है। तभी तो कांग्रेस के 2014 के लोकसभा चुनाव के लिए जारी किए नए विज्ञापन में नया नारा ‘हर हाथ शक्ति, हर हाथ तरक्‍की’ दिया है। इस नारे में कांग्रेस ने ‘आम आदमी’ का प्रयोग नहीं किया है। जबकि कांग्रेस के पिछले दोनों लोकसभा चुनाव के नारों में ‘आम आदमी’ शब्‍दों का प्रयोग था।  
 
इसलिए हटाई कांग्रेस ने ‘आम आदमी’ से नजर  
 
कुछ राजनीतिक विशेषज्ञों के मुताबिक कांग्रेस ने अब अपना ध्‍यान आम आदमी से हटाकर मध्‍यमवर्गीय परिवार की ओर लगा लिया है। वहीं कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी भी स्‍वीकार कर चुकी हैं कि यदि उनकी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करना चाहती है, तो उसे मध्‍यमवर्गीय लोगों का भरोसा जीतना होगा।
 
आम आदमी पार्टी (आप) ने ‘आम आदमी’ के दम पर दिल्‍ली विधानसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया और सत्‍ता में आई। वह नहीं चाहती कि ‘आम आदमी’ का प्रयोग करने पर उस पर 'आप' की नकल करने का आरोप लगे। अभी 'मैं नहीं, हम' नारे के साथ चलाए गए अभियान को लेकर कांग्रेस विवाद में पड़ गई थी। भाजपा ने आरोप लगाया कि यह लाइन नरेंद्र मोदी के नारे से चुराई गई।
 

कांग्रेस ने और कहां-कहां से हटाया 'आम आदमी' का नाम 

स्‍लोगन पेंच: कांग्रेस ने की ‘आम आदमी’ से तौबा

‘आधार’ के स्‍लोगन को भी किया चेंज
 
इसे ‘आप’ का असर कहें या कुछ और, कांग्रेस सरकार ने अपनी उन योजनाओं की टैगलाइन को भी बदल लिया है, जिसमें ‘आम आदमी’ का प्रयोग किया गया है। इसका उदाहरण ‘आधार’ कार्ड योजना में देखने को मिला है। Unique Identification Authority of India (यूआईएआई) का नेतृत्‍व कर रहे नंदन निलेकणी ने भी आधार कार्ड से जुड़ी टैगलाइन ‘आधार- आम आदमी का अधिकार’ को बदल ‘एक भारत एक पहचान’ कर दिया है। 
 
यूथ कांग्रेस में भी दिखा असर
 
कांग्रेस की यूथ विंग यूथ कांग्रेस में भी ‘आम आदमी’ का डर बैठ गया है। तभी तो यूथ कांग्रेस ने भी अपना नारा ’आम आदमी का सिपाही’ नारा लगभग बंद कर दिया है। यूथ कांग्रेस इस नारे के जरिए यूपीए की मनरेगा और आरटीआई जैसा उन योजनाओं के बारे में प्रचार करती है, जो आम लोगों से सीधे जुड़ी हैं। 
 
पिछले दोनों लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने किया था ‘आम आदमी’ नाम का प्रयोग

2004 : यूपीए 2004 में जब पहली बार सत्‍ता में आई थी, तब उसने पहली बार अपने नारे में ‘आम आदमी’ का प्रयोग किया था। उस समय यूपीए ने नारा दिया था ‘कांग्रेस का हाथ...आम आदमी के साथ’। कांग्रेस के इस नारे का उद्देश्‍य बीजेपी के नारे ‘इंडिया शाइनिंग’ को पछाड़ने और आम लोगों को पार्टी से जोड़ना था।  
 
2009 : इस बार के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने नया नारा ‘आम आदमी के बढ़ते कदम...हर कदम पर भारत बुलंद’ दिया था। इस नारे में भी कांग्रेस ने ‘आम आदमी’ का प्रयोग किया था। इस नए नारे ने भी यूपीए को फिर से सत्‍ता में लाने में मदद की थी। 

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